पाकिस्तान का दावा- भारत ने अपने यहाँ बैन किया हमारे दूतावासों के ट्विटर अकाउण्ट, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर रीस्टोर करने का आग्रह किया
By अनिल शर्मा | Published: June 28, 2022 01:36 PM2022-06-28T13:36:33+5:302022-06-28T15:51:35+5:30
ट्विटर ने यूएन, तुर्की, ईरान व मिस्र स्थित पाकिस्तान के दूतावासों के आधाकारिक खातों पर प्रतिबंध लगाया है। ट्विटर की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इन्हें रीस्टोर करने का आग्रह किया है।
नई दिल्ली/इस्लामाबादः पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसके चार दूतावासों के ट्विटर खाते को भारत में बैन कर दिया गया है। पाकिस्तान ने ये दावा अपने एक ट्वीट में किया है जिसमें उसने उन चार दूतावासों के ट्विटर खाते की डिटेल शेयर की है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने ट्विटर से तत्काल इन ट्विटर खातों को बहाल करने का आग्रह किया है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में बैन किए गए इन ट्विटर खातों के जरिए झूठी खबरें फैलायी जा रही थीं और दुष्प्रचार किया जा रहा था।
ट्विटर ने यूएन, तुर्की, ईरान व मिस्त्र स्थित पाकिस्तान के दूतावासों के आधाकारिक अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगाया है। ट्विटर की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने उससे आग्रह किया है कि इनपर पर प्रतिबंध हटा लिए जाएं। ट्विटर ने ये कार्रवाई उनके द्वारा फैलाई जा रही झूठ और दुष्प्रचार के मद्देनजर की है।
Pakistan Foreign Ministry urges Twitter "to restore immediate access to its accounts after Twitter in India withheld official accounts of Pakistan embassies in Iran, Turkey, Egypt, UN." pic.twitter.com/zp54AU0Jk8
— ANI (@ANI) June 27, 2022
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की तरफ से किए गए ट्वीट्स कहा गया है कि भारत में ट्विटर द्वारा ईरान, तुर्की, मिस्र और संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी दूतावासों के ट्विटर खातों को बैन कर दिया गया है। पाकिस्तान ने साथ ही ये भी दावा किया कि भारत ने कई और अकाउंट को बैन कराया है।
इससे पहले भी ट्विटर ने पाकिस्तान में राष्ट्रीय सार्वजनिक प्रसारक रेडियो पाकिस्तान के अकाउंट को भारत के खिलाफ नफरत भड़काने के मद्देनजर बंद कर दिया था। हाल ही में नूपुर शर्मा विवाद में भी इन खातों के जरिए भारत के खिलाफ कई ट्वीट्स किए गए थे। और इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी के बहाने पाक ने संयुक्त राष्ट्र में नूपुर शर्मा के पैगंबर पर दिए बयान का मुद्दा उठाया था। इस पर भारत ने कड़ी आपत्ति दर्ज की थी।