तुर्की-सीरिया भूकंप: मृतकों की संख्या 15,383 हुई, भारत से छठा 'ऑपरेशन दोस्त' विमान तुर्की पहुंचा, राष्ट्रपति ने कहा- किसी भी नागरिक की उपेक्षा नहीं करेंगे
By अनिल शर्मा | Published: February 9, 2023 09:23 AM2023-02-09T09:23:31+5:302023-02-09T09:27:27+5:30
सीएनएन ने एर्दोगन के हवाले से कहा, "बेशक, कमियां हैं। स्थितियां स्पष्ट हैं। इस तरह की आपदा के लिए तैयार रहना संभव नहीं है। हम अपने किसी भी नागरिक की उपेक्षा नहीं करेंगे।" एर्दोगन ने कहा, इसमें कोई शक नहीं, हमारा काम आसान नहीं था।
अंकाराः तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से मरने वालों की संख्या अब 15000 के पार पहुंच चुकी है। इस आपदा की घड़ी में भारत तुर्की की लगातार मदद कर रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि भूकंप राहत प्रयासों के लिए बचाव कर्मियों, आवश्यक वस्तुओं और चिकित्सा उपकरणों को लेकर भारत से छठा विमान (ऑपरेशन दोस्त) तुर्की पहुंच गया है।
अनादोलु एजेंसी ने तुर्की की आपदा प्रबंधन एजेंसी, एएफएडी का हवाला देते हुए बताया कि सोमवार को देश में आए भूकंप के बाद तुर्की में 12,391 लोग मारे गए हैं और 62,914 अन्य घायल हुए हैं। वहीं सीरिया में अब मरने वालों की कुल संख्या 2,992 हो गई है। अबतक 15,383 लोग जान गंवा चुके हैं।
सीएनएन ने व्हाइट हेल्मेट्स का हवाला देते हुए बताया कि उत्तर पश्चिम में विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में 1,730 लोग मारे गए हैं। सीरियाई राज्य मीडिया का हवाला देते हुए सीएनएन ने बताया कि सीरिया के सरकार-नियंत्रित क्षेत्रों में कुल 1,262 लोगों की मौत हुई है।
सीरिया में विद्रोही और सरकार नियंत्रित दोनों क्षेत्रों में घायल लोगों की कुल संख्या 5,108 तक पहुंच गई है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने कहा कि मौसम की स्थिति ने भूकंप से होने वाले विनाश की भयावहता को बढ़ा दिया है। एर्दोगन ने सोमवार को आए भूकंप क्षेत्र का दौरा करने के दौरान यह टिप्पणी की।
सीएनएन ने एर्दोगन के हवाले से कहा, "बेशक, कमियां हैं। स्थितियां स्पष्ट हैं। इस तरह की आपदा के लिए तैयार रहना संभव नहीं है। हम अपने किसी भी नागरिक की उपेक्षा नहीं करेंगे।" एर्दोगन ने कहा, इसमें कोई शक नहीं, हमारा काम आसान नहीं था। अब तक, हटे में सैनिकों, लिंगकर्मियों और पुलिस सहित कुल 21,200 कर्मी काम कर रहे हैं।" तुक्री राष्ट्रपति ने कहा कि राज्य ने अपने सभी संसाधन जुटा लिए हैं।
उन्होंने कहा कि सोमवार को देश में आए 7.7 और 7.6 तीव्रता के दो भूकंपों के कारण 6,444 इमारतें ढह गईं। सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप के बाद तुर्की ने मंगलवार को प्रभावित क्षेत्रों में तीन महीने के आपातकाल की घोषणा कर दी। वहीं इस आपदा के बाद तुर्की में सात दिनों का शोक मनाया जा रहा है। समाचार रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप से 13 मिलियन से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।