ईरान में एक ही दिन तीन महिलाओं को फांसी पर लटकाया गया, मानवाधिकार संस्थाओं ने जताई चिंता
By शिवेंद्र राय | Published: July 30, 2022 03:51 PM2022-07-30T15:51:33+5:302022-07-30T15:53:45+5:30
ईरान में महिलाओं को मौत की सजा देने के मामले में तेजी आई है। एक एनजीओ ने बताया है कि बीती 27 जुलाई को देश में तीन महिलाओं को अपने पति की हत्या के जुर्म में फांसी पर लटकाया गया। साल 2022 में ईरान में अब तक कम से कम 306 लोगों को मौत की सजा दी जा चुकी है।
तेहरान: ईरान में शुक्रवार को एक ही दिन में तीन महिलाओं को फांसी की सजा दी गई है। एक गैरसरकारी संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक तीन महिलाओं को अपने पति की हत्या के जुर्म में फांसी की सजा दी गई। ईरान में मौत की सजा आम बात है लेकिन पिछले कुछ सालों में महिलाओं को फांसी देने की संख्या तेजी से बढ़ी है। महिलाओं को फांसी की सजा देने पर कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने चिंता जताई है।
इरानी एनजीओ के मुताबिक जिन महिलाओं को फांसी की सजा दी गई उनके नाम सोहेला अबेदी, फरनाक बेहेश्ती और सेनोबार जलाली हैं। इनको अदालत ने फांसी की सजा काफी पहले ही सुनाई थी लेकिन फांसी पर 27 जुलाई को लटकाया गया। सोहेला अबेदी की शादी 15 साल पहले एक शख्स से जबरदस्ती कराई गई थी। अबेदी ने शादी के 10 साल बाद पति की हत्या कर दी। सोहेला अबेदी को ईरान के सानंदाज शहर की एक जेल में फांसी दी गई।
दूसरी महिला फरनाक बेहेश्ती को ईरान के उर्मिया शहर की जेल में और सेनोबार जलाली को तेहरान के जेल में फांसी पर लटकाया गया। ईरानी एनजीओ की रिपोर्ट के अनुसार देश में इस साल कम से कम 10 महिलाओं को फांसी की सजा दी जा चुकी है। बता दें कि ईरान में महिलाओं घरेलू हिंसा के मामले में तलाक नहीं ले सकतीं। ईरान में महिलाओं के अधिकार बेहद सीमित हैं। ईरान की मानवाधिकार संस्था ईरान ह्यूमन राइट्स की पिछले साल अक्टूबर में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2010 और अक्टूबर 2021 के बीच ईरान में कम से कम 164 महिलाओं को फांसी दी गई है।
ईरान के मानवाधिकार कार्यकर्ता इस साल देश में फांसी की सजा में वृद्धि से चिंतित हैं। आईएचआर की एक गणना के अनुसार, 2022 में ईरान में अब तक कम से कम 306 लोगों को मौत की सजा दी जा चुकी है। एमनेस्टी इंटरनेशनल सहित पूरी दुनिया की कई मानविधिकार संस्थाएं कह चुकी हैं कि ईरान भयानक तेजी से मौत की सजा रहा है।