थाईलैंड में डे-केयर सेंटर में गोलीबारी, 22 बच्चों समेत 34 की मौत, हमलावर ने अपने परिवार और खुद को भी मारी गोली
By विनीत कुमार | Published: October 6, 2022 01:30 PM2022-10-06T13:30:37+5:302022-10-06T15:06:01+5:30
थाईलैंड में बच्चों के एक डे-केयर सेंटर में हुई मास शूटिंग की घटना में कम से कम 34 लोगों की जान चली गई है। हताहतों में बच्चे भी शामिल हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गोलीबारी करने वाला व्यक्ति पूर्व पुलिसकर्मी है।
बैंकॉक: थाईलैंड में एक डे-केयर में शूटिंग की हुई एक घटना में कम से कम 34 लोगों की जान चली गई है। मरने वालों में 22 बच्चे शामिल हैं। एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि थाईलैंड के पूर्वोत्तर प्रांत में सामूहिक गोलीबारी की ये घटना हुई हैं। हमला करने वाले ने बाद में अपनी पत्नी और बच्चे को भी गोली मारी। इसके बाद उसने खुद को गोली मार ली। पुलिस मेजर जनरल अचयों क्रैथॉन्ग ने बताया कि एक बंदूकधारी ने नोंग बुआ लाम्फू शहर स्थित इस केंद्र में दोपहर में गोलीबारी की।
बच्चों के लिए बने डे-केयर सेंटर में हुई गोलीबारी
सामने आई जानकारी के अनुसार ये गोलीबारी बच्चों के डे-केयर सेंटर में हुई। पुलिस ने कहा है कि मास शूटिंग में मारे गए लोगों में व्यस्क और बच्चे शामिल हैं। गोलीबारी में मारे जाने वालों में बच्चों समेत दो शिक्षक और एक पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
थाईलैंड मीडिया की खबरों के अनुसार, हमलावर ने हमले में चाकू का भी इस्तेमाल किया। हमला करने के बाद वह मौके से फरार हो गया था। तस्वीरों में दो शव फर्श पर रखे नजर आ रहे हैं, जिन्हें सफेद कपड़े से ढका गया है।
घर जाकर पत्नी और बच्चे को मारा
कई मीडिया संगठनों ने हमलावर की पहचान क्षेत्र के एक पूर्व पुलिस लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में की है, लेकिन इसकी तत्काल कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। समाचार पत्र ‘डेली न्यूज’ की खबर के अनुसार, हमला करने के बाद हमलवार अपने घर गया और वहां उसने अपने पत्नी व बच्चे की हत्या करने के बाद खुद की भी जान ले ली।
बता दें कि थाईलैंड में बंदूक रखने की दर इस क्षेत्र के कुछ अन्य देशों की तुलना में अधिक है। हालांकि, आधिकारिक आंकड़ों में अवैध हथियार शामिल नहीं हैं, जो बड़ी संख्या में यहां हैं। इनमें से कई पड़ोस के देशों से सालों से लाए जाते रहे हैं।
थाईलैंड में वैसे बड़े पैमाने पर मास शूटिंग की घटनाएं दुर्लभ है। साल 2020 में एक संपत्ति सौदे से नाराज एक सैनिक ने ऐसी ही मास शूटिंग की घटना को अंजाम दिया था, जिसमें कम से कम 29 लोग मारे गए और 57 घायल हुए थे। गोलीबारी की ये घटना तब चार जगहों पर की गई थी।