एक और जंग की आहट! चीन के सैन्य अभ्यास के बीच ताइवान ने शुरू कर दी लाइव-फायर आर्टिलरी ड्रील
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 9, 2022 07:30 AM2022-08-09T07:30:42+5:302022-08-09T07:39:31+5:30
चीन की ओर से सैन्य अभ्यास के जरिए लगातार बनाए जा रहे दबाव के बीच अब ताइवान ने भी युद्ध के हालात में जवाबी कार्रवाई के लिए लाइव-फायर आर्टिलरी ड्रील शुरू कर दी।
ताइपे: चीन के दबाव के बीच उसकी ओर से जारी आक्रामक सैन्य अभ्यास के बीच ताइवान सक्रिय हो गया है। ताइवान की ओर से मंगलवार को युद्ध के हालात में जवाबी कार्रवाई के लिए लाइव-फायर आर्टिलरी ड्रील शुरू की गई। मौजूदा तय कार्यक्रम के अनुसार ये ड्रील मंगलवार और गुरुवार को होनी है।
इस ड्रील के तहत दक्षिणी ताइवान में 78 की संख्या में 155 मिमी स्व-चालित हॉवित्जर और छह 120 मिमी मोर्टार की फायरिंग की जाएगी। इसके अलावा ताइवान की सेना 5 सितंबर को अपना सलाना अभ्यास आयोजित करेगी, जिसमें संयुक्त हथियारों की बटालियनों, लड़ाकू वाहनों, क्लाउडेड लेपर्ड बख्तरबंद वाहनों और मोर्टार के स्निपर्स को शामिल किया जाएगा।
#BREAKINGTaiwan begins live-fire artillery drill simulating defence against China attack: @AFPpic.twitter.com/sDrDY8SyVP
— AFP News Agency (@AFP) August 9, 2022
ताइवान के आसपास चीन का सैन्य अभ्यास जारी
दूसरी ओर चीन ने ताइवान के आसपास अपना सैन्य अभ्यास सोमवार को भी जारी रखा। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से अप्रसन्न चीन ने यह अभ्यास शुरू किया है जो सात अगस्त को समाप्त होना था। चीन का दावा है कि यह द्वीप को उसका हिस्सा है।
चीन के सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ की खबर के अनुसार, पीपुल्स लिबेरशन आर्मी (पीएलए) की पूर्वी थिएटर कमान ने सोमवार को कहा कि वह ताइवान द्वीप के नज़दीक अपना सैन्य अभ्यास जारी रखेगी जिसका जोर पनडुब्बी रोधी कार्रवाई और हवा से पोत पर हमला करने पर है। पीएलए ने चार से सात अगस्त के तक द्वीप के आसपास छह क्षेत्र में संयुक्त अभ्यास किया था जिसमें उसकी सभी सशस्त्र इकाइयां शामिल थीं।
चीन के सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, सतह पर स्थित लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए संयुक्त रूप से हमला करने की क्षमताओं के परीक्षण पर ध्यान केंद्रित किया गया और लंबी दूरी के हवाई लक्ष्यों को निशाना बनाने का परीक्षण किया गया।
थिएटर कमान के तहत वायु सेना ने अलग अलग तरह के विमानों को तैनात किया जिनमें पूर्व चेतावनी विमान, बम वर्षक विमान, लड़ाकू विमान आदि शामिल थे। वायु सैनिकों ने लंबी दूरी की कई रॉकेट प्रणालियों और पारंपरिक मिसाइल सैनिकों के साथ मिलकर लक्ष्यों पर संयुक्त रूप से सटीक हमलों का अभ्यास किया।
इनमें नौसेना और वायु युद्ध प्रणालियों से उन्हें मदद मुहैया कराई गई। कई बम वर्षक विमानों ने उत्तर से दक्षिण और दक्षिण से उत्तर की ओर ताइवान जलडमरूमध्य के आसमान में चक्कर लगाए जबकि कई लड़ाकू विमानों ने विध्ंसकों और युद्धपोत के साथ संयुक्त अभ्यास किया। यह अभ्यास कब खत्म होगा इसे लेकर कोई आधकारिक घोषणा नहीं की गई है।
(पीटीआई इनपुट)