South Africa covid strain: कोरोना के नए स्ट्रेन से चिंता, ब्रिटेन ने लिया एक्शन, छह अफ्रीकी देशों पर बैन, नीदरलैंड, बेल्जियम, जर्मनी, ऑस्ट्रिया और चेक गणराज्य बेहाल
By भाषा | Published: November 26, 2021 04:08 PM2021-11-26T16:08:59+5:302021-11-26T16:10:39+5:30
South Africa covid strain: दक्षिण अफ्रीका में इस सप्ताह की शुरुआत में कोराना वायरस का नया स्वरूप ‘बी.1.1.529’ सामने आने के बाद ब्रिटेन ने शुक्रवार को छह अफ्रीकी देशों को अपनी यात्रा प्रतिबंध सूची में शामिल कर लिया।
South Africa covid strain: कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पहचान की गई है। दुनिया भर के विशेषज्ञ चिंतिंत हैं। नए स्वरूप बी.1.1.529 की पहचान की गई है। दक्षिण अफ्रीका से बोत्सवाना और हांगकांग में आए यात्रियों में पाया गया है।
कई देशों ने कड़ा रुख अपनाया है। ब्रिटेन ने छह दक्षिणी अफ्रीकी देशों की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। वायरस के नए स्वरूप को स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अत्यधिक संक्रामक और घातक करार दिया है जो मनुष्य के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देने में सक्षम है।
ब्रिटेन की यात्रा प्रतिबंध सूची में शामिल किए गए इन अफ्रीकी देशों में दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, ज़िम्बाब्वे और बोत्सवाना, लेसोथो और इस्वातिनी शामिल हैं। शुक्रवार दोपहर से इन देशों से उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित हो जाएंगी।
हालांकि, घोषित प्रोटोकॉल के अनुसार, इन छह दक्षिणी अफ्रीकी देशों से शुक्रवार को ब्रिटेन पहुंचने वाले यात्रियों को सरकार द्वारा चिह्नित एक होटल में 10 दिन के पृथक-वास में रहना होगा। वायरस का सबसे नया स्वरूप अब तक सामने आए सभी स्वरूपों में सर्वाधिक उत्परिवर्तन वाला है।
कोविड-19 से कई यूरोपीय देशों में हाहाकार, ब्रिटेन में हालात अपेक्षाकृत काफी बेहतर
यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में हुई तेज वृद्धि को रोकने के लिए पाबंदियां सख्त की गयी है या फिर लॉकडाउन लागू है, जिसके चलते जहां ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में बार बंद हैं, वहीं दूसरी ओर जर्मनी के म्यूनिख शहर में क्रिसमस बाजार सूने पड़े हैं। इस बीच ब्रिटेन की राजधानी लंदन में हालात अपेक्षाकृत काफी बेहतर हैं।
यहां टेम्स नदी के निकट मौसमी बाजार में लोग मदिरा का सेवन करते दिख रहे हैं, जबकि निकटवर्ती नेशनल थियेटर में भी दर्शकों की भरमार है। शहर के दूसरे हिस्सों में भी चहल-पहल देखी जा सकती हैं। हालांकि महामारी के दौरान ऐसा पहली बार नहीं है जब ब्रिटेन में हालात पड़ोसी देशों से अलग हों, लेकिन इस बार लोग पहले की तरह घबराए हुए नहीं दिख रहे हैं। ब्रिटेन में अब तक तीन बार राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाया जा चुका है और यूरोप में कोविड-19 से रूस के बाद ब्रिटेन में ही सबसे अधिक करीब 1,45,000 लोगों की मौत हुई है।
दूसरी ओर नीदरलैंड, बेल्जियम, जर्मनी, ऑस्ट्रिया और चेक गणराज्य समेत कई देशों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि के चलते अस्पतालों को संघर्ष करते देखा जा रहा है। मामलों में वृद्धि के कारण इन देशों में लॉकडाउन और पाबंदियां लागू की गई हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इन देशों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुए आगाह किया है कि ''पूरब से चली लहर'' ब्रिटेन में क्रिसमस के रंग को फीका कर सकती है। हालांकि कई वैज्ञानिकों ने कहा है कि लहर अब दूसरी दिशा में बह रही है।
ईस्ट एंजिला यूनिवर्सिटी मे मेडिसिन के प्रोफेसर पॉल हंटर ने कहा, ''हम इस लहर में यूरोप के पीछे नहीं है। वे हमारे पीछे हैं।'' वायरस के बेहद संक्रामक स्वरूप ‘डेल्टा’ के प्रसार के चलते यूरोपीय देशों में संक्रमण के मामलों में जोरदार वृद्धि देखी जा रही है। गर्मी के दौरान ब्रिटेन भी इस स्वरूप का सामना कर चुका है। इस लहर के बाद ब्रिटेन में सभी शेष पाबंदियां हटा दी गईं थीं और अर्थव्यवस्था तथा आम जन-जीवन पटरी पर लौटने लगा था।
दक्षिण अफ्रीका से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाना चाहता है यूरोपीय संघ
यूरोपीय संघ के कार्यकारी ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 के एक नए स्वरूप को फैलने से रोकने के लिए दक्षिणी अफ्रीका से आने वाले हवाई यात्रियों पर संघ रोक लगाना चाहता है। यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वोन डेर लेयेन ने एक वक्तव्य में कहा कि वह ‘‘सदस्य देशों के साथ करीबी समन्वय से दक्षिणी अफ्रीका क्षेत्र से आने वाले हवाई यात्रियों को रोकने के लिए आपातकालीन रोक लगाने का प्रस्ताव देती हैं।’’ दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस का एक नया स्वरूप सामने आया है, जिसे वैज्ञानिकों ने चिंता का सबब बताया है।
उनका कहना है कि देश की सबसे घनी आबादी वाले प्रांत गाउतेंग में युवाओं के बीच यह स्वरूप तेजी से फैला है। कोरोना वायरस के मामलों में चौथी बार वृद्धि होने से 27 देशों वाला यूरोपीय संघ बुरी तरह प्रभावित है और सरकार संक्रमण को फैलने से रोकने की कवायद में पाबंदियों को और सख्त बना रही है। उड़ानों पर प्रतिबंध का यह प्रस्ताव तब आया है जब ब्रिटेन ने बृहस्पतिवार को ऐसा ही कदम उठाया। ब्रिटेन ने घोषणा की कि वह दक्षिण अफ्रीका और पांच अन्य दक्षिणी अफ्रीकी देशों से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा रहा है और यह प्रतिबंध शुक्रवार दोपहर से लागू होगा।
साथ ही उसने कहा कि हाल में इन देशों से लौटने वाले लोगों को कोरोना वायरस की जांच कराने को कहा जाएगा। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद ने कहा कि ऐसी चिंताएं हैं कि नया स्वरूप डेल्टा स्वरूप के मुकाबले ‘‘अधिक संक्रामक हो सकता है’’ और हमारे पास इसके खिलाफ जो टीके अभी उपलब्ध हैं वे कम प्रभावी हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि अभी जिस नए स्वरूप बी.1.1.529 की पहचान की गयी है वह दक्षिण अफ्रीका से बोत्सवाना और हांगकांग में आए यात्रियों में पाया गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के तकनीकी कामकाजी समूह की शुक्रवार को बैठक होनी है जिसमें वह नए स्वरूप का आकलन करेंगे और यह फैसला कर सकते हैं कि क्या इसे ग्रीक अल्फाबेट से एक नाम दिया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले पिछले हफ्ते में यूरोप में 11 प्रतिशत तक बढ़ गए और यह दुनिया में इकलौता क्षेत्र है जहां कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ के यूरोप के निदेशक डॉ. हंस क्लुगे ने आगाह किया कि तत्काल उपायों के बिना इस महाद्वीप में गर्मियों तक 7,00,000 और लोगों की मौत हो सकती है। ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए यूरोपीय संघ ने आपातकालीन रोक का तंत्र स्थापित किया है। जब किसी तीसरे देश या क्षेत्र में महामारी की स्थिति तेजी से बिगड़ती है तो सदस्य देश यूरोपीय संघ में सभी यात्रा पर तत्काल, अस्थायी पाबंदी लगा सकते हैं। ऐसी पाबंदियों की कम से कम हर दो सप्ताह में समीक्षा की जानी होती है।