सऊदी अरब सरकार ने बदला कानून, लाखों भारतीय घरवालों को भेज रहे हैं देश वापस
By भारती द्विवेदी | Published: July 17, 2018 04:35 PM2018-07-17T16:35:59+5:302018-07-17T16:35:59+5:30
सउदी सरकार की नई नीति के कारण 41 लाख भारतीयों की जिंदगी पर असर पड़ने वाला है।
नई दिल्ली, 17 जुलाई: काम के सिलेसिले में भारत से हर साल लोग विदेश जाते हैं। खासकर सउदी अरब। यहां पर केरल और तेलगांना से आने वाले लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है। काम करने वाले बहुत सारे लोग अपनी फैमिली को भी साथ लेकर जाते हैं ताकि बार-बार आने के खर्च से बच सकें। लेकिन वहां रहने वाले भारतीयों ने अचानक अपनी फैमिली को वापस भेजना शुरू कर दिया है।
इसके पीछे की वजह समाने आ गई है। खबर की माने तो, वहां की सरकार ने पिछले साल फैमिली टैक्स लागू किया है। जिसके बाद वहां रहने वाले भारतीयों की मुसीबत बढ़ गई है। लोगों ने अपनी फैमिली को वापस भेजना शुरू किया है। सउदी सरकार की नई नीति के कारण 41 लाख भारतीयों की जिंदगी पर असर पड़ने वाला है। नई नीति के बाद वहां पर फैमिली वीजा की फीस 36 हजार रुपए हो गई है। यही नहीं इस टैक्स को 2020 तक हर साल 100 रियाल बढ़ाया जा सकता है। हर एक आदमी को अपने परिवार के एक व्यक्ति के लिए महीने के 400 रियाल रुपये देने होंगे। वहीं सिंगल एग्जिट रीएंट्री वीजा की फीस पहले एक साल के लिए 3600 रुपये थी। लेकिन अब इसे 2 महीने में बनवाना होगा और उस वीजा को बढ़ाने के लिए हर महीने 1800 रुपए देने होंगे। सऊदी अरब में बिजली के दामों में तीन गुना इजाफा हुआ है। पहले जहां महीने का 200 रियाल से देना होता था, अब वो बढ़कर 600 रियाल यानी लगभग 11 हजार रुपये हो गया है।
बता दें कि सऊदी अरब में उन लोगों को फैमिली वीजा दिया जाता है, जो 5000 रियाल यानी महीने का 86000 रुपये कमा रहे हो। फैमिली वीजा मिलने के बाद एक व्यक्ति अपनी पत्नी और दो बच्चों को ही साथ रख सकता है जिसके लिए उन्हें 300 रियाल 5100 रुपये प्रति माह टैक्स देना पड़ता है।
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