एस. जयशंकर के दौरे के बाद बदले पाकिस्तान के तेवर! भारत से रिश्ते सुधारने की नवाज शरीफ ने की वकालत, जानें क्या कहा
By अंजली चौहान | Updated: October 18, 2024 07:19 IST2024-10-18T07:16:57+5:302024-10-18T07:19:03+5:30
SCO Summit 2024:पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री नवाज़ शरीफ़ ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच संबंधों में 'लंबे ठहराव' से खुश नहीं हैं।

फाइल फोटो
SCO Summit 2024:भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के इस्लामाबाद गए हैं। यह दौरा संबंधों में जारी तनाव के बीच हुआ है। ऐसे में इस दौरे पर सभी की नजरे टिकी हुई है। इस बीच, जयशंकर के दौरे के बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर की इस्लामाबाद यात्रा पड़ोसी देशों के बीच बर्फ को पिघलाने के लिए एक “अच्छी शुरुआत” थी।
गौरतलब है कि सुषमा स्वराज के बाद पिछले नौ वर्षों में पाकिस्तान का दौरा करने वाले वे पहले भारतीय विदेश मंत्री हैं। भारतीय पत्रकारों के एक समूह के साथ बातचीत में तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके और सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के अध्यक्ष नवाज शरीफ ने कहा कि दोनों पक्षों को अब बातचीत करनी चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए।
दिसंबर 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाहौर की आश्चर्यजनक यात्रा की सराहना करते हुए नवाज शरीफ ने कहा कि वे दोनों देशों के बीच संबंधों में “लंबे समय से जारी ठहराव” से खुश नहीं हैं और उम्मीद है कि दोनों पक्षों को सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
नवाज ने कहा, “हम अपने पड़ोसियों को नहीं बदल सकते, न ही पाकिस्तान और न ही भारत। हमें अच्छे पड़ोसियों की तरह रहना चाहिए।" पूर्व पाकिस्तानी पीएम ने आग कहा, "हमने 70 साल इसी तरह (लड़ाई करते हुए) बिताए हैं और हमें इसे अगले 70 सालों तक नहीं चलने देना चाहिए... दोनों पक्षों को बैठकर चर्चा करनी चाहिए कि आगे कैसे बढ़ना है।"
नवाज शरीफ ने दोनों देशों के बीच मौजूदा संचार टूटने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जिम्मेदार ठहराया, खासकर प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ इमरान खान की टिप्पणियों को।
नवाज शरीफ ने सितंबर 2018 में इमरान खान द्वारा मोदी पर निशाना साधते हुए की गई एक पोस्ट का हवाला देते हुए कहा, "इमरान खान ने ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया, जिससे रिश्ते खराब हो गए - दोनों देशों के नेताओं और पड़ोसियों के तौर पर हमें ऐसे शब्दों के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए, बोलना तो दूर की बात है।"
शरीफ ने यह भी कहा है कि वह दोनों देशों के बीच पुल बनाने में शामिल होना चाहेंगे और उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार और क्रिकेट को फिर से शुरू करने के महत्व पर प्रकाश डाला, ताकि बर्फीले रिश्तों को पिघलाया जा सके। 2019 के पुलवामा हमले के बाद भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान से आयात पर भारी शुल्क लगाए जाने के कारण 2019 से दोनों देशों के बीच व्यापार निलंबित है।