लाइव न्यूज़ :

सीक्रेट रिपोर्ट से उड़े अमेरिका के होश, चीन को अमेरिकी हथियारों की जानकारी दे रहा है रूस, बाइडन प्रशासन की नींद उड़ी

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: July 17, 2024 18:36 IST

अमेरिका ने यूक्रेन को बड़े पैमाने पर सैन्य सहायता दी है। इसमें गोला बारूद, पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम से लेकर तोपखाना और टैंक तक शामिल हैं। अमेरिका की सबसे बड़ी चिंता पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम को लेकर है।

Open in App
ठळक मुद्दे एक रिपोर्ट ने अमेरिका के बाइडेन प्रशासन की नींद उड़ा दी है कहा गया है कि रूस को समर्थन के बदले चीन को अमेरिकी हथियारों से जुड़ी जानकारियां मिल रही हैंअमेरिकी कांग्रेस समिति चाहती है कि जो बिडेन प्रशासन इस मुद्दे का आकलन करे

नई दिल्ली: हाल ही में आई एक रिपोर्ट ने अमेरिका के बाइडेन प्रशासन की नींद उड़ा दी है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस को समर्थन के बदले चीन को अमेरिकी हथियारों से जुड़ी जानकारियां मिल रही हैं। अमेरिका को चिंता है कि यूक्रेन युद्ध में इस्तेमाल किए जा रहे अमेरिकी और यूरोपीय हथियारों के बारे में रूस ने जो जानकारी इकट्ठा की है, वह चीन को दे सकता है। एक द्विदलीय अमेरिकी कांग्रेस समिति चाहती है कि जो बिडेन प्रशासन इस मुद्दे का आकलन करे।

संयुक्त राज्य अमेरिका और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के बीच रणनीतिक प्रतिस्पर्धा पर सदन की चयन समिति के अध्यक्ष जॉन मूलेनार और रैंकिंग सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, जेक सुलिवन को एक पत्र भेजा है। इसमें रूस के पास मौजूद जानकारी का आकलन करने का अनुरोध किया गया है। 

दरअसल अमेरिका ने यूक्रेन को बड़े पैमाने पर सैन्य सहायता दी है। इसमें गोला बारूद, पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम से लेकर तोपखाना और टैंक तक शामिल हैं। अमेरिका की सबसे बड़ी चिंता पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम को लेकर है।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन को लिखे पत्र में कहा गया है कि हमें यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि चीन जैसे देश मुफ़्त में रूस का समर्थन कर रहे हैं। हमें यह अनुमान लगाना चाहिए और वास्तव में इस धारणा के तहत काम करना चाहिए कि रूस अमेरिकी हथियारों के बारे में चीन को जानकारी दे रहा है। पत्र में अमेरिकी और संबद्ध हथियार प्रणालियों की कमजोरियों का पता चीन को लगने को लेकर चिंता जताई गई है। समिति का मानना ​​है कि रूस ने अमेरिकी हथियारों में कमजोरियां पाई हैं और इस तरह वह उनके प्रभाव को कमजोर करने में सक्षम हो गया है।

पत्र में कहा गया है कि चूंकि संयुक्त राज्य अमेरिका और हमारे नाटो सहयोगी रूस के आक्रामक युद्ध के खिलाफ यूक्रेन के साथ खड़े हैं। हाल की रिपोर्टों में कहा गया है कि रूस ने कई अमेरिकी हथियार प्रणालियों की प्रभावशीलता को कम कर दिया है।  कुछ प्रणालियाँ पुरानी और कम आधुनिक हैं। लेकिन कथित तौर पर नए हथियार भी रूसी इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और संबंधित जवाबी उपायों के कारण विफल हो गए हैं।

अमेरिका को चिंता है कि अगर उसके हथियारों की कमजोरी से संबंधित सूचना रूस अपने मित्र चीन से साझा करता है तो भविष्य में यह अमेरिका के लिए भारी पड़ सकता है।

टॅग्स :अमेरिकारूसरूस-यूक्रेन विवादशी जिनपिंगव्लादिमीर पुतिन
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका