Russia-Ukraine war: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन फिर गरजे, कहा- यूक्रेन को लेकर उनके देश के लक्ष्यों में कोई बदलाव नहीं आया है
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: December 14, 2023 04:36 PM2023-12-14T16:36:46+5:302023-12-14T16:38:33+5:30
व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को लेकर रूस के लक्ष्यों में नाजीवाद का खात्मा, असैन्यकरण और देश की तटस्थ स्थिति स्थापित करना शामिल है और इनमें कोई बदलाव नहीं आया है।
Russia-Ukraine war: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बृहस्पतिवार को कहा कि यूक्रेन को लेकर उनके देश के लक्ष्यों में कोई बदलाव नहीं आया है। पुतिन ने एक बार फिर जोर देकर कहा कि लक्ष्यों के हासिल होने तक शांति कायम नहीं होगी। उन्होंने वर्ष के अंत में होने वाले संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में यह बात कही।
व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को लेकर रूस के लक्ष्यों में नाजीवाद का खात्मा, असैन्यकरण और देश की तटस्थ स्थिति स्थापित करना शामिल है और इनमें कोई बदलाव नहीं आया है। पुतिन ने फरवरी 2022 में जब सैनिकों को यूक्रेन भेजा था तब भी उन्होंने इन लक्ष्यों को रेखांकित किया था। रूस का आरोप है कि यूक्रेन सरकार पर कट्टर राष्ट्रवादी और नव-नाजीवादी समूहों का प्रभाव है, जिसे खत्म करने को वह नाजीवाद का खात्मा बताता है।
हालांकि, यूक्रेन और पश्चिमी देश रूस के इस दावे को खारिज करते रहे हैं। पुतिन का कहना है कि यूक्रेन को तटस्थ रहना चाहिए और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल नहीं होना चाहिए। पुतिन ने कहा कि जब हम ये लक्ष्य हासिल कर लेंगे तब शांति कायम हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि फिलहाल लगभग 2,44,000 रूसी सैनिक यूक्रेन में युद्ध लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूस को एक बार फिर पूर्व सैनिकों को लामबंद करने की जरूरत नहीं है और सेना में हर दिन 1,500 पुरुष भर्ती किए गए हैं। पुतिन ने कहा कि बुधवार शाम तक कुल 4,86,000 सैनिक रूसी सेना के साथ अनुबंध कर चुके हैं।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का ये बयान अमेरिकी खुफिया एंजेंसी की चर्चित गोपनीय रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें कहा गया है कि लंबे समय से यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ रहे रूस को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी है। अमेरिकी खुफिया विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन में लगभग 315,000 रूसी सैनिक मारे गए हैं या घायल हुए हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि रूसी सेना ने संघर्ष शुरू होने से पहले अपने पास मौजूद 3,500 टैंकों में से लगभग 2,200 टैंक खो दिए हैं।