पाकिस्तान के पास चुनाव कराने के पैसे भी नहीं, अंतरराष्ट्रीय मीडिया के सामने छलका ख्वाजा आसिफ का दर्द
By शिवेंद्र कुमार राय | Published: March 25, 2023 09:46 PM2023-03-25T21:46:12+5:302023-03-25T21:47:55+5:30
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने देश में चल रहे राजनीतिक गतिरोध और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बारे में भी बात की। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इमरान खान ने ही पहले पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल रिटायर्ड कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल बढ़ाया और अब उन्हीं पर आरोप लगा रहे हैं।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ
नई दिल्ली: बढ़ते कर्ज, घटते विदेशी मुद्रा भंडार, राजनीतिक अस्थिरता और जीडीपी में भारी गिरावट से जूझ रहे पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। अब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि वित्त मंत्रालय के पास इतने पैसे भी नहीं हैं कि वह देश में किसी भी तरह के चुनाव करा सकें। ख्वाजा आसिफ ने ये बातें सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय मीडिया को संबोधित करते हुए कहीं।
इस दौरान पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने देश में चल रहे राजनीतिक गतिरोध और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बारे में भी बात की। ख्वाजा आसिफ ने पीटीआई प्रमुख इमरान खान की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी हत्या के प्रयास का आरोप झूठ है। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इमरान खान ने ही पहले पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल रिटायर्ड कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल बढ़ाया और अब उन्हीं पर आरोप लगा रहे हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि सबसे पहले उन्होंने अमेरिका को सत्ता से बेदखल करने के लिए जिम्मेदार ठहराया। इमरान खान ने प्रांतीय विधानसभाओं को असंवैधानिक रूप से भंग कर दिया था लेकिन जब उन्हें संवैधानिक रूप से अविश्वास मत से सत्ता से हटा दिया गया तब वह अराजकता फैला रहे हैं और अदालतों के सामने पेश नहीं होना चाहते हैं।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इमरान खान को अपने कार्यकाल के दौरान पीएमएल-एन के नेताओं को कैद करने के लिए भी दोषी ठहराया। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इमरान के तीन साल के कार्यकाल में उन्हें जेल हुई और पार्टी के नेताओं ने भी फर्जी मुकदमों में अदालतों का सामना किया।
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान में मौजूदा आर्थिक स्थिति पिछले दो दशकों में देश के सामने सबसे कठिन स्थिति है। पाकिस्तान आर्थिक संकट, राजनीतिक अराजकता और आतंकवादी हमलों की बढ़ती संख्या का सामना कर रहा है। देश की आर्थिक गिरावट का सीधा असर जनता पर पड़ा है। पहले से ही कर्ज और नकदी-संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में बाढ़ भी एक बड़ी आपदा की तरह आई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान को लगभग 9.24 बिलियन अमरीकी डालर होने का अनुमान है।
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति इस स्तर पर जाने के कई कारण है। इन कारणों में विदेशी मुद्रा की भारी कमी होना भी बड़ी कारण माना जा रहा है। चीन ने भी पाकिस्तान में अपना निवेश कम कर दिया है। देश में रोजगार की कमी ने गरीबी को काफी बढ़ा दिया है। साल 2021 के मुकाबले साल 2022 में गरीबी दर में 35.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। दुनिया के सबसे गरीब देशों की लिस्ट में पाकिस्तान 116 देशों में 92 स्थान पहुंच गया है।