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द न्‍यूयार्क टाइम्‍स ने कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के हक में छापा विज्ञापन, फुल पेज ऐड में तथ्यात्मक 'गलतियां'

By पल्लवी कुमारी | Updated: September 28, 2019 10:16 IST

अगस्त को भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया, जिससे संबंधित संकल्प को संसद ने भी पारित कर दिया है।

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ठळक मुद्देफुल पेज ऐड पर लिखा गया है कि यह अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित किया गया है, जिसके कार्यालय केन्या, इंडोनेशिया और थाईलैंड में है। विज्ञापन में लिखा है, पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) इसाईयों, हिंदुओं, अहमदिया मुसलमानों के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघनों के पाकिस्तान के ट्रैक रिकॉर्ड की बिल्कुल अनदेखी की गई है।

अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने एक विज्ञापन को लेकर चर्चा में आ गया है। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने कश्मीर पर पाकिस्तान के हक पर एक तथ्यात्मक रूप से गलत विज्ञापन छापा है। इसको लेकर बवाल मच गया है। कहा जा रहा है कि  द न्यूयॉर्क टाइम्स का ये विज्ञापन पाकिस्तानी प्रोपगैंडा का एक उदारहण है। विज्ञापन में लिखा है, पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) इसाईयों, हिंदुओं, अहमदिया मुसलमानों के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघनों के पाकिस्तान के ट्रैक रिकॉर्ड की बिल्कुल अनदेखी की गई है।

फुल पेज ऐड पर लिखा गया है कि यह अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित किया गया है, जिसके कार्यालय केन्या, इंडोनेशिया और थाईलैंड में है। जिसमें दावा किया गया है कि आर्टिकल 370 हटने के बाद कश्मीर में लोगों को बंदी बनाकर रखा गया है। ये भी दावा किया गया है कि यहां लोगों पर कई तरह की पाबंदियां लगाई गई है। लेकिन असल में   कश्मीर में रोजमर्रा की जरूरतों की कभी कोई कमी नहीं रही। संचार व्‍यवस्‍था की बहाली के बाद वहां स्थिति सामान्य है। 

द न्यूयॉर्क टाइम्स के तथ्यात्मक तौर पर गलत एड को छापते हुए जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खुले तथ्य को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि भारत की नरेन्द्र मोदी सरकार इस मामले पर पाकिस्तान से किसी तरह के मध्यस्थता की पेशकश को खारिज कर रही है। द न्‍यूयार्क टाइम्‍स में छपे इस विज्ञापन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के संघ (RSS) पर दिए गए बयान के बारे में भी लिखा गया है। 

टॅग्स :धारा ३७०जम्मू कश्मीरपाकिस्तान
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