नवाज शरीफ की पाकिस्तान वापसी, भाई शहबाज शरीफ ने जारी किया पासपोर्ट
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 25, 2022 10:31 PM2022-04-25T22:31:15+5:302022-04-25T22:37:47+5:30
पाकिस्तानी अख़बार 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' और 'जियो न्यूज़' के मुताबिक 72 साल के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के स्वदेश वापसी के लिए शहबाज शरीफ सरकार ने तत्काल पासपोर्ट जारी किया है।
इस्लामाबाद: साल 2019 से लंदन में निर्वासन का जीवन व्यतीत कर रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ पाकिस्तान लौटने वाले हैं। पाकिस्तानी मीडिया में छपी ख़बरों के मुताबिक पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने नवाज़ शरीफ को तत्काल श्रेणी का पासपोर्ट जारी किया है। नवाज़ शरीफ साल 2019 में इलाज कराने के लिए लंदन गए थे।
पाकिस्तानी अख़बार 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' और 'जियो न्यूज़' के मुताबिक 72 साल के पूर्व प्रधानमंत्री का पासपोर्ट हालांकि सामान्य श्रेणी का है लेकिन उसे तत्काल जारी किया गया है। आपको बता दें कि वीवीआईपी और डिप्लोमेट्स के लिए अलग श्रेणी का पासपोर्ट जारी किया जाता है।
तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके नवाज़ शरीफ पर भ्रष्टाचार के कई मामलों में मुकदमा चल रहा था। साल 2019 में लाहौर हाईकोर्ट ने उन्हें इलाज के लिए लंदन जाने की इजाजत दी थी।
पीएमएल(एन) सुप्रीमो नवाज़ शरीफ ने हाल-फिलहाल लंदन में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो से मुलाकात की थी। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित खबरों के मुताबिक दोनों नेताओं ने पाकिस्तान के राजनीतिक हालात पर चर्चा की। नवाज़ शरीफ ने बिलावल भुट्टो को आश्वासन दिया था कि दोनों दलों के नेता देशहित में साथ मिलकर काम करेंगे।
पीएमएल(एन) और पीपीपी ने हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने के लिए हाथ मिला लिया था। अविश्वास प्रस्ताव हारने के बाद इमरान खान को इस्तीफ़ा देना पड़ा था और नवाज़ शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ ने 11 अप्रैल को पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
पाकिस्तान के पिछले 75 साल के इतिहास में आधे से ज्यादा वक्त तक सेना ने सत्ता चलाई है। गौरतलब है कि नवाज़ शरीफ ने लंदन जाने से पहले लाहौर हाईकोर्ट को लिखित आश्वासन दिया था कि ठीक होने के बाद वो पाकिस्तान वापस आएंगे। हालांकि 2019 में लंदन जाने केबाद से ही वो लंदन में रह रहे थे।
नवाज शरीफ को अज-अजीजिया मिल भ्रष्टाचार केस में जमानत भी मिल गईथी। इस केस के चलते ही उन्हें सात साल जेल की सजा सुनाई गई थी। इमरान खान की सरकार ने नवाज़ शरीफ को लाहौर की कोट लखपत जेल में कैद किया था।