मरियम नवाज शरीफ ने पाक सरकार से इमरान खान की पार्टी को आतंकी संगठन मानने का किया आह्वान, कही ये बात
By मनाली रस्तोगी | Published: March 18, 2023 10:23 AM2023-03-18T10:23:35+5:302023-03-18T10:29:57+5:30
गठबंधन सरकार से पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन) उपाध्यक्ष मरियम नवाज शरीफ ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को एक आतंकवादी संगठन मानने का आह्वान किया है।

मरियम नवाज शरीफ ने पाक सरकार से इमरान खान की पार्टी को आतंकी संगठन मानने का किया आह्वान, कही ये बात
लाहौर: गठबंधन सरकार से पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन) उपाध्यक्ष मरियम नवाज शरीफ ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को एक आतंकवादी संगठन मानने का आह्वान किया है। लाहौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मरियम नवाज शरीफ ने कहा कि सरकार को पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान के साथ उसी तरह से व्यवहार करना चाहिए जैसे वह एक आतंकवादी संगठन से करती है।
एएनआई ने डॉन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि मरियम नवाज शरीफ ने कहा, "जिस तरह से सरकार, राज्य एक प्रतिबंधित संगठन, एक आतंकवादी संगठन से निपटता है, उसी तरह से इमरान खान से निपटना चाहिए। इसे (पीटीआई) को एक राजनीतिक दल के रूप में सोचना और एक राजनीतिक दल के रूप में इसके साथ व्यवहार करना समाप्त करने की आवश्यकता है।"
उन्होंने आगे कहा कि पीटीआई अध्यक्ष अब सरकार के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं क्योंकि उनकी सभी रणनीति विफल हो गई है। मरियम ने आगे कहा, "सरकार को उनके साथ उसी तरह से पेश आना चाहिए जैसे वह आतंकवादियों से निपटती है।" प्रेस कॉन्फ्रेंस में मरियम ने देश के खिलाफ खुले तौर पर विद्रोह करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, "विदेशी फंडिंग मामले के बाद, मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि उसे (इमरान को) पाकिस्तान में नागरिक अशांति और अराजकता फैलाने के लिए लॉन्च किया गया था। जब आतंकवादी आतंकवाद को अंजाम देने की योजना बना रहे होते हैं तो वे क्या करते हैं? वे गुफाओं में छिप जाते हैं और वहीं से आदेश पारित करते हैं।"
उन्होंने कहा कि राजनीतिक और लोकतांत्रिक आंदोलनों ने हमेशा देखा है कि राजनीतिक नेता या पार्टी प्रमुख सामने से नेतृत्व करते हैं। वह सबसे आगे है और लोग उसके पीछे निकल जाते हैं। उन्होंने कहा कि केवल आतंकी संगठनों को ही गुफा से आदेश दिए जाते हैं। जमान पार्क में भी यही हो रहा था।
तोशखाना मामले में खान को गिरफ्तार करने के लिए पाकिस्तानी पुलिस जमान पार्क स्थित उनके आवास पर गयी थी, जिसके बाद कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।