रूस में यूक्रेन युद्ध का भारी विरोध, प्रदर्शन कर रहे 559 से अधिक लोगों को लिया गया हिरासत में
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 6, 2022 04:54 PM2022-03-06T16:54:37+5:302022-03-06T17:09:02+5:30
रूस के आंतरिक मंत्रालय ने शनिवार को चेतावनी जारी की है कि रूसी जनता को युद्ध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने से रोका जाएगा और इसके लिए प्रदर्शन को आयोजित करने वाले जवाबदेह होंगे।
लंदन:यूक्रेन-रूस युद्ध का आज ग्यारहवां दिन है। इसक बीच खबरें आ रही हैं कि रूस की सड़कों पर आम जनता राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन हमले के विरोध में 21 शहरों में प्रदर्शन कर रही है, जिसमें कुल 559 से अधिक लोगों को रूसी सुरक्षाबलों ने हिरासत में लिया है।
ओवीडी-इन्फो प्रदर्शन निगरानी समूह ने इस मामले में कहा है कि रूसी बंदरगाह शहर व्लादिवोस्तोक और साइबेरियाई शहर इरकुत्स्क में कई लोगों को युद्ध विरोधी प्रदर्शन में भाग लेने के लिए हिरासत में लिया गया है।
समाचार एजेंसी रायटर ने इस खबर को प्रकाशित किया है लेकिन उसने स्वतंत्र रूप से इस खबर की पुष्टि नहीं की है। रॉयटर्स ने कहा कि वो इस खबर के सत्यापन के लिए व्लादिवोस्तोक या इरकुत्स्क शहर के पुलिस के प्रवक्ताओं का बयान लेने में सफल नहीं हुआ है।
इस बीच खबर आ रही है कि रूस के आंतरिक मंत्रालय ने शनिवार को चेतावनी जारी की है कि रूसी जनता को युद्ध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने से रोका जाएगा और इसके लिए प्रदर्शन को आयोजित करने वाले जवाबदेह होंगे।
सोशल मीडिया पर कथित तौर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में रूस के पूर्वी शहर खाबरोवस्क के एक चौक पर एक प्रदर्शनकारी को चिल्लाते हुए दिखाया गया है, जो कह रहा है, "युद्ध के लिए आप कैसे शर्मिंदा नहीं हैं"। उस प्रदर्शनकारी को दो पुलिसकर्मियों ने हिरासत में लिया।
पुलिस ने खाबरोवस्क में प्रदर्शनकारियों के समूह से अपील की कि वह किसी भी गैर-स्वीकृत सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग न लें और प्रदर्शन स्थ्ल से अपने घरों की ओर लौट जाएं।
दरअसल रूस की जेल में बंद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे बड़े आलोचक एलेक्सी नवलनी ने 24 फरवरी को रूसी सेना के द्वारा यूक्रेन पर हमले का विरोध किया था और रूसी जनता के साथ पूरी दुनिया को इसके विरोध में प्रदर्शन करने का आह्वान किया था।
नवलनी ने यूक्रेन युद्ध का विरोध करते हुए कहा, "पुतिन की वजह से अब रूस का मतलब कई लोगों के लिए युद्ध है। जबकि यह सही नहीं है। यह युद्ध केवल पुतिन का है इससे रूस का कोई लेनादेना नहीं है।"
उसके बाद से रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के युद्ध फैसले की आलोचना काफी तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि कजाकिस्तान के सबसे बड़े शहर अल्माटी में युद्ध-विरोधी विरोध प्रदर्शन में लगभग 2,000 लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारी यूक्रेन के झंडे लहराते हुए राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
पूर्व राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन के साल 1999 में पद से हलटने के बाद रूस के सर्वोच्च नेता बने पुतिन ने यूक्रेन युद्ध के दौरान अमेरिका और अन्य यूरोपियन देशों को धमकी दी कि अगर किसी ने बीच में हस्तक्षेप करने का प्रयास किया तो विश्व तीसरे युद्ध के लिए तैयार हो जाएं। रूस ने यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की धमकी के बाद युद्ध करने के लिए अपनी सेना यूक्रेन में उतार दी है।