ब्रिटेन: लिज ट्रस को महज 45 दिनों के कार्यकाल के लिए जीवनभर मिलेगा 1 करोड़ रुपये सालाना
By रुस्तम राणा | Published: October 21, 2022 05:00 PM2022-10-21T17:00:40+5:302022-10-21T17:00:40+5:30
केवल 45 दिनों के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में सेवा करने के बावजूद, लिज ट्रस जीवनभर भर करीब एक करोड़ रुपये सालाना भुगतान किया जाएगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें 115,000 यूरो (वर्तमान दर के अनुसार लगभग 1,06,36,463 रुपये) के वार्षिक भुगतान किया जाएगा।
लंदन: लिज ट्रस ने गुरुवार को ब्रिटेन के पीएम पद से अपना इस्तीफा दे दिया। वे महज 45 दिनों तक इस पद पर रहीं। यूनाइटेड किंगडम के इतिहास में किसी भी ब्रिटिश प्रधानमंत्री का इतना छोटा कार्यकाल नहीं रहा। केवल 45 दिनों के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में सेवा करने के बावजूद, ट्रस जीवनभर भर करीब एक करोड़ रुपये सालाना भुगतान किया जाएगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें 115,000 यूरो (वर्तमान दर के अनुसार लगभग 1,06,36,463 रुपये) के वार्षिक भुगतान किया जाएगा।
जनता के टैक्स के पैसों से होगा लिज ट्रस को भुगतान
द इंडिपेंडेंट के मुताबिक, ट्रस को जीवन भर हर साल जो पैसा मिलेगा, उसका भुगतान करदाता के पैसे से किया जाएगा। दरअसल, यह भुगतान पब्लिक ड्यूटी कॉस्ट अलाउंस (पीडीसीए) के माध्यम से ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्रियों को सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहने में मदद के लिए दिया जाता है।
भत्ते की यह व्यवस्था 1990 में मार्गरेट थैचर के इस्तीफे के बाद की गई
सरकार के मार्गदर्शन के अनुसार, भुगतान केवल "सार्वजनिक कर्तव्यों को पूरा करने की वास्तविक लागत को पूरा करने के लिए" किया जाता है। भत्ते की यह व्यवस्था 1990 में मार्गरेट थैचर के इस्तीफे के बाद की गई थी। हालांकि इसकी घोषणा उनके पूर्ववर्ती जॉन मेजर ने मार्च, 1991 में की थी। अतीत में कई प्रधानमंत्रियों ने "सार्वजनिक जीवन में अपनी विशेष स्थिति" के परिणामस्वरूप कार्यालय और सचिवीय लागत का हवाला देते हुए लाखों का दावा किया है।
ट्रस की आर्थिक नीति के चलते ब्रिटिश बाजार में मची खलबली
ट्रस छह अन्य जीवित पूर्व प्रधानमंत्रियों में शामिल हो गई हैं जो भत्ता योजना के माध्यम से धन का दावा करने की हकदार हैं। दूसरी ओर उनके द्वारा जारी की गई आर्थिक नीति के चलते ब्रिटेन वर्तमान में आर्थिक संकट के कगार पर है। उनके 45 बिलियन पाउंड के टैक्स-कट पैकेज ने बाजारों में हलचल मचा दी और व्यापक बिक्री को बढ़ावा दिया। उनके इस फैसले के बाद पाउंड स्टर्लिंग भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया।