Israel-Hamas War: ऑयल मार्केट पर इजरायल-हमास युद्ध का असर, 2 फीसदी का उछाल
By आकाश चौरसिया | Published: October 18, 2023 04:04 PM2023-10-18T16:04:27+5:302023-10-18T16:22:27+5:30
इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध से लोगों को तो नुकसान हो ही रहा है, अब इसका प्रभाव अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी दिख रहा है। इस वजह से क्रूड ऑयल के दाम 2 फीसद बढ़ गए हैं।
नई दिल्ली: गाजा(हमास) और इजरायल के बीच चल रही लड़ाई से अंतरराष्ट्रीय आयल प्राइस 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है। मिडिल ईस्ट में दोनों देशों की वजह से अब गाजा को काफी नुकसान पहुंच रहा है। हाल में गाजा के अस्पताल में हुए बलास्ट में 100 लोग मारे जा चुके हैं।
क्रूड ऑयल 2.3 फीसद बढ़कर 91.97 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। जबकि, पश्चिम टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (डब्ल्यूटीआई) बाजार में 2.6 फीसद बढ़कर इसका प्राइस 88.92 प्रति बैरल हो गया है। साथ ही क्षेत्र से संभावित तेल आपूर्ति से अंतरराष्ट्रीय बाजार में चिंता बढ़ा दी है।
बीते मंगलवार को गाजा सिटी अस्पताल में हुए विस्फोट से लगभग 500 फिलिस्तीन चपेट में आए और उनकी मृत्यु हो गई, इसके साथ ही मार्केट में जोखिम की स्थिति पैदा हो गई थी। इस हमले के बाद इजरायली और फिलिस्तीनी अधिकारियों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाया।
यह बताते चले कि जॉर्डन ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा बुलाए गए समिट में भाग लेने से इनकार कर दिया था। सम्मिट में इजिप्टऔर फलीस्तिनी नेताओं का शामिल होना प्रस्तावित था। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो अरब नेताओं का सम्मिट में भाग लेने का मतलब यह निकलता है कि इजरायल-हमास संघर्ष खत्म होने के आसार कम ही हैं।
बाजार में अभी डर का माहौल है क्योंकि इजरायल ने गाजा में हमले की धमकी दी हुई है। रिपोर्ट्स की मानें तो अगर यह लड़ाई लंबी चलती है तो क्रूड ऑयल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकते हैं।
बाइडेन इसी युद्ध को विराम देने के लिए इजरायल के तेल अवीव पहुंचे हैं। वहीं, व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि वह युद्ध को और बढ़ने नहीं देना चाहता है इसलिए बातचीत का रास्ते निकाला जाने की कोशिश हो रही है।
मंगलवार को अमेरिकी पेट्रोलियम संस्थान के आंकड़ों के अनुसार, पिछले हफ्ते अमेरिका के कच्चे तेल के भंडार में लगभग 4.4 मिलियन बैरल की गिरावट आ गई है।
दूसरी तरफ चीन की मांग के अनुसार क्रूड ऑयल बाजार अच्छा परफॉर्म कर रहा है। वहीं, चीन की इकोनॉमी लगातार तीसरी तिमाही में उम्मीद से ज्यादा अच्छा कर रही है, बुधवार को आए आंकड़ों से पता चलता है कि चीन अपने लक्ष्य को जल्द ही प्राप्त कर सकता है।