सिंधु हमारी है और हमारी ही रहेगी, या तो हमारा पानी इसमें बहेगा या भारत का खून?, बिलावल भुट्टो ने दी धमकी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 26, 2025 14:33 IST2025-04-26T14:32:31+5:302025-04-26T14:33:17+5:30
बिलावल ने यह बात शुक्रवार को अपने गृह प्रांत सिंध के सुक्कुर इलाके में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कही।

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इस्लामाबादः पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) को स्थगित करने के भारत के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ‘पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी’ (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने धमकी दी कि अगर पानी रोका गया तो नदियों में खून बहेगा। ‘द न्यूज’ की खबर में पूर्व विदेश मंत्री के हवाले से कहा गया, ‘‘सिंधु हमारी है और हमारी ही रहेगी - या तो हमारा पानी इसमें बहेगा या उनका खून।’’ बिलावल ने यह बात शुक्रवार को अपने गृह प्रांत सिंध के सुक्कुर इलाके में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कही।
सिंधु नदी प्रांत से होकर बहती है और सिंधु घाटी सभ्यता का शहर मोहनजोदड़ो इसके किनारों पर बसा था। बिलावल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दावा किया है कि भारत हजारों साल पुरानी सभ्यता का उत्तराधिकारी है, ‘‘लेकिन मोहनजोदड़ो सभ्यता लरकाना में है। हम इसके सच्चे संरक्षक हैं और हम इसकी रक्षा करेंगे।’’
बिलावल ने कहा कि मोदी सिंध और सिंधु के लोगों के बीच सदियों पुराने रिश्ते को नहीं तोड़ सकते। उन्होंने कहा कि ‘‘भारत सरकार ने पाकिस्तान के पानी पर अपनी नजरें टिका रखी हैं और हालात की मांग है कि चारों प्रांतों को अपने पानी की रक्षा एवं सुरक्षा के लिए एकजुट होना होगा।’’
उन्होंने कहा कि न तो पाकिस्तान के लोग और न ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय मोदी की ‘‘युद्धोत्तेजक’’ या सिंधु नदी के पानी को पाकिस्तान से छीनने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त करेंगे। बिलावल ने कहा, ‘‘हम दुनिया को संदेश देंगे कि सिंधु नदी पर लूट को स्वीकार नहीं किया जाएगा।’’
पीपीपी अध्यक्ष ने अपने समर्थकों से आग्रह किया कि अपनी नदी को भारतीय आक्रमण से बचाने की खातिर दृढ़ संघर्ष के लिए तैयार रहें। पाकिस्तान के सबसे युवा विदेश मंत्री रहे बिलावल ने कहा कि देश और उसके लोगों ने भारत में हाल में हुए आतंकी हमले की निंदा की, क्योंकि पाकिस्तान खुद भी आतंकवाद झेल रहा है। भारत ने बुधवार को इस्लामाबाद के साथ राजनयिक संबंधों का स्तर कम कर दिया। यह फैसला भारत ने पहलगाम में मंगलवार को हुए हमले के बाद लिया। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे।