बांग्लादेश में हिंसक झड़प के बीच अलर्ट पर भारतीय दूतावास, जारी की एडवाइजरी और हेल्पलाइन नंबर
By आकाश चौरसिया | Updated: July 18, 2024 13:38 IST2024-07-18T13:12:17+5:302024-07-18T13:38:47+5:30
विरोध प्रदर्शन सिविल सेवा नौकरियों के लिए देश की आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग से प्रेरित है, जो विशिष्ट समूहों के लिए पद आरक्षित करता है। हालांकि, इस बीच भारतीय दूतावास ने नागरिकों के लिए एडवाइजरी और हेल्पलाइन जारी कर दी।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
नई दिल्ली: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में स्थित भारतीय उच्चायोग ने तात्कालिक तौर पर भारतीय नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। इसके जरिए ये बताया गया है कि देश में गैर-जरूरी यात्रा और किसी भी से घर के बाहर जाने से बचें। साथ ही एडवाइजरी में कहा गया है कि छात्रों और पुलिस के बीच हालिया हिंसा अपने उफान पर है। ऐसे में आपको इससे बचना चाहिए। गौरतलब है कि ये हिंसक झड़प तब शुरू हुई जब बांग्लादेश सरकार ने सभी सार्वजनिक और निजी कॉलेजों को बंद करने का निर्णय किया।
विरोध प्रदर्शन सिविल सेवा नौकरियों के लिए देश की आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग से प्रेरित है, जो विशिष्ट समूहों के लिए पद आरक्षित करता है, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ 1971 के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले लोगों के वंशज भी शामिल हैं।
Advisory on the ongoing situation in Bangladesh. pic.twitter.com/nSMsw9hWp0
— India in Bangladesh (@ihcdhaka) July 18, 2024
गुरुवार को ढाका में कई स्थानों पर कानून प्रवर्तन के साथ छात्रों की झड़प के कारण विरोध प्रदर्शन तेज हो गया। ब्रैक विश्वविद्यालय के पास मेरुल बड्डा में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया और पुलिस के साथ हिंसक टकराव भी हुई, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो गए। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, देर सुबह तक पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे क्षेत्र में यातायात में काफी बाधा उत्पन्न हुई।
इसके अतिरिक्त, छात्रों ने प्रगति सारणी पर बशुंधरा आवासीय क्षेत्र के प्रवेश द्वार को बाधित कर दिया और जात्राबारी में ढाका-चटगांव राजमार्ग को अवरुद्ध किया हुआ है, जिससे सार्वजनिक परिवहन बुरी तरह प्रभावित हुआ और व्यापक असुविधा हो गई। मीरपुर 10 चौराहे और आसपास के इलाकों में भी भारी पुलिस उपस्थिति देखी गई, कई स्थानीय बाजार और दुकानें बंद रहीं।