वीडियो: आतंकी सलाहुद्दीन पाकिस्तान में खुलेआम घूमता देखा गया, भारत के खिलाफ फिर उगला जहर
By शिवेंद्र राय | Published: February 22, 2023 08:32 PM2023-02-22T20:32:45+5:302023-02-22T20:34:05+5:30
भारत सरकार ने पाकिस्तान को कई बार जिन आतंकियों की सूची सौंपी है उनमें हर बार सूची में इम्तियाज आलम और हिजबुल चीफ सलाहुद्दीन के नाम जरूर शामिल रहे हैं। सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकी भी घोषित किया जा चुका है।
नई दिल्ली: भारत में मोस्ट वांटेड आतंकी हिजबुल चीफ सलाहुद्दीन पाकिस्तान के रावलपिंडी में खुलेआम आतंकी इम्तियाज आलम के जनाजे में हिस्सा लेते हुए देखा गया। सलाहुद्दीन का पाकिस्तान में ऐसे खुलेआम घूमना साफ करता है कि पाकिस्तान के कथित आतंक पर नकेल कसने के दावों में कितना दम है।
हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख और अमेरिका द्वारा नामित वैश्विक आतंकवादी सैयद सलाहुद्दीन को हाल ही में पाकिस्तान में मारे गए भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम के जनाजे की नमाज अदा करते हुए देखा गया। सलाहुद्दीन का ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।
While Pakistanis are dying in terrorist attacks, here Pakistani soldiers are providing security to Syed Salahuddin. https://t.co/AmE9iwyeDHpic.twitter.com/YAqcasLBHT
— FJ (@Natsecjeff) February 22, 2023
हिजबुल मुजाहिदीन के लॉन्चिंग कमांडर बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम पर सोमवार को पाकिस्तान के रावलपिंडी में हमला हुआ था जिसमें वह मारा गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान के रावलपिंडी में इम्तियाज आलम का सुरक्षित स्थान पर अंतिम संस्कार किया गया।
बता दें कि हिजबुल चीफ सलाहुद्दीन ने सिर्फ एक आतंकी के जनाजे में हिस्सा लिया बल्कि भारत के खिलाफ जहर भी उगला। वायरल वीडियो में सलाहुद्दीन को भारत को तबाह करने की कसम खाते हुए सुना जा सकता है। इस दौरान कई पाकिस्तानी सैनिक उसकी सुरक्षा के लिए खड़े हैं और भीड़ उसका हौसला बढ़ा रही है।
बता दें कि भारत सरकार ने पाकिस्तान को कई बार जिन आतंकियों की सूची सौंपी है उनमें हर बार सूची में इम्तियाज आलम और हिजबुल चीफ सलाहुद्दीन के नाम जरूर शामिल रहे हैं। सैयद सलाहुद्दीन को कश्मीर में कई आतंकी घटनाओं के लिए जिम्मेदार माना जाता है। सैयद सलाहुद्दीन कश्मीर का नागरिक भी है जिसने 1987 के विवादास्पद विधानसभा चुनावों में हिस्सा भी लिया था और कथित चुनावी धांधली के विरोध में उसने बंदूक उठा ली थी। सैयद सलाहुद्दीन खुद ही हिज्बुल मुजाहिदीन का सुप्रीम कमांडर बन बैठा था जब मास्टर अहसान डार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। सुप्रीम कमांडर बनने के उपरांत वह पाक कब्जे वाले कश्मीर में चला गया था। उसे पुलवामा हमले का मास्टर माइंड भी माना जाता है।