पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में भारी भूस्खलन के बाद 20 ट्रक जमीन में दबे, दो अफगान नागरिकों की हुई मौत
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 18, 2023 04:08 PM2023-04-18T16:08:11+5:302023-04-18T16:09:48+5:30
भीषण भूस्खलन के बाद गिलगित-बाल्टिस्तान और इस्लामाबाद के बीच सड़क संपर्क टूट गया है। भूस्खलन के बाद आज काराकोरम राजमार्ग कई बिंदुओं पर अवरुद्ध हो गया। भूस्खलन के कारण काराकोरम राजमार्ग के साथ-साथ ऊपरी कोहिस्तान और दियामेर में भी कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और कई यात्री फंस गए हैं।
नई दिल्ली: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में तोरखम सीमा क्षेत्र में भारी भूस्खलन हुआ है। खैबर पख्तूनख्वा के खैबर दर्रे से होकर जाने वाली मुख्य सड़क पर आंधी और बिजली गिरने के दौरान हुए भूस्खलन में मंगलवार, 18 अप्रैल को 20 से अधिक ट्रक दब गए जिससे कम से कम दो लोगों की मौत हो गई। मलबे में दब कर जान गंवाने वाले दोनों लोग अफगानी हैं। इस भीषण भूस्खलन के बाद मलबे में अब भी दर्जनों लोगों के फंसे होने की आशंका है।
खैबर जिले के डिप्टी कमिश्नर अब्दुल नासिर खान ने पुष्टि करते हुए कहा कि स्खलन में दो अफगान नागरिक मारे गए और अधिकारी शवों को बरामद करने की कोशिश कर रहे हैं। राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र डॉन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अफगानिस्तान सीमा के पास खैबर पख्तूनख्वा के खैबर दर्रे से होकर जाने वाली मुख्य सड़क पर मंगलवार तड़के तेज आंधी के बाद भूस्खलन हुआ, जिससे माल ले जा रहे ट्रक दब गए। यह घटना अफगानिस्तान के पास सीमा क्षेत्र में तड़के लगभग 2:30 बजे हुई। भीषण भूस्खलन में कम से कम दो अफगान नागरिकों की मौत हो गई। आठ अन्य घायल हो गए और करीब 20 ट्रक जमीन में दब गए हैं।
भीषण भूस्खलन के बाद गिलगित-बाल्टिस्तान और इस्लामाबाद के बीच सड़क संपर्क टूट गया है। भूस्खलन के बाद आज काराकोरम राजमार्ग कई बिंदुओं पर अवरुद्ध हो गया। भूस्खलन के कारण काराकोरम राजमार्ग के साथ-साथ ऊपरी कोहिस्तान और दियामेर में भी कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और कई यात्री फंस गए हैं।
बता दें कि पहले से ही आर्थिक बदहाली झेल रहे पाकिस्तान के लिए प्राकृतिक आपदाएं नई मुसीबत बन गई हैं। हाल ही में पाकिस्तान से सिंध में आई बाढ़ से भी अपार जन-धन की हानि हुई थी। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल आई बाढ़ की मार से पाकिस्तान अब तक नहीं उबरा है। बाढ़ के कारण सिंध में लगभग 20,000 पब्लिक स्कूल पूरी तरह के बर्बाद हो गए हैं, जिसके चलते लाखों बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। सिंध में बाढ़ के प्रभाव की वजह से प्रांतीय सरकार ने एजुकेशन इमरजेंसी घोषित कर रखी है।