2006 से 2018 तक दुनियाभर में 1109 पत्रकारों की हत्या, 90% के हत्यारों को दोषी करार नहीं दिया गया : UNESCO
By भाषा | Updated: November 1, 2019 20:37 IST2019-11-01T20:37:57+5:302019-11-01T20:37:57+5:30

यूनेस्को ने पिछले साल इतनी ही अवधि के मुकाबले 2019 में पत्रकारों की कम हत्याएं दर्ज की हैं। (फोटो सोर्स- विकीपीडिया)
पिछले दो वर्ष में 55 प्रतिशत पत्रकारों की हत्या संघर्ष रहित क्षेत्रों में हुई जो राजनीति, अपराध और भ्रष्टाचार पर रिपोर्टिंग के लिए खबरनवीसों को निशाना बनाने की बढ़ती प्रवृत्ति को दिखाता है।
यूनेस्को ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। यूनेस्को ने बताया कि 2006 से 2018 तक दुनिया भर में 1,109 पत्रकारों की हत्याओं के लिए जिम्मेदार लोगों में से करीब 90 फीसदी को दोषी करार नहीं दिया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दो वर्षों (2017-2018) में 55 प्रतिशत पत्रकारों की मौत संघर्ष रहित क्षेत्रों में हुई। यह रिपोर्ट पत्रकारों की हत्याओं की प्रवृत्ति में आये बदलाव को दिखाती है जिन्हें अक्सर राजनीति, अपराध और भ्रष्टाचार पर उनकी रिपोर्टिंग के लिए निशाना बनाया जाता है।
यह रिपोर्ट ऐसे समय में आयी है जब एक दिन बाद दो नवंबर को पत्रकारों के खिलाफ अपराधों के लिए दंडमुक्ति को खत्म करने का अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, पत्रकारों के लिए काम करने के लिहाज से अरब देश सबसे खतरनाक हैं जहां 30 प्रतिशत हत्याएं हुई। इसके बाद लातिन अमेरिका और कैरीबियाई क्षेत्र (26 प्रतिशत) और एशिया तथा प्रशांत देश (24 प्रतिशत) आते हैं।
यूनेस्को ने पिछले साल इतनी ही अवधि के मुकाबले 2019 में पत्रकारों की कम हत्याएं दर्ज की हैं।