यूरोप में कोरोना की पहली दवा के रूप में रेमडेसिवीर को मान्यता मिली
By निखिल वर्मा | Published: June 26, 2020 05:48 AM2020-06-26T05:48:58+5:302020-06-26T05:48:58+5:30
अनुसंधानकर्ताओं का दावा है कि क्लिनिकल ट्रायल के दौरान कोविड-19 के मरीजों पर रेमडेसिवीर का काफी अच्छा असर हो रहा है
यूरोपीय औषधि एजेंसी ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए पहली दवा के रूप में रेमडेसिवीर को मान्यता दे दी है। परीक्षण के दौरान अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के मरीजों को जल्द स्वस्थ्य होने में इस दवा से मदद मिली थी। औषधि एजेंसी का कहना है कि वह रेमडेसिवीर को सशर्त मार्केटिंग की मान्यता दे रही है। इसका उपयोग 12 साल से ज्यादा आयु वाले ऐसे मरीजों पर किया जाएगा, जिन्हें न्यूमोनिया है और ऑक्सीजन की जरूरत है।
एजेंसी ने कहा, ‘‘रेमडेसिवीर यूरोपीय संघ में कोविड-19 के इलाज के लिए मान्यता पाने वाली पहली दवा है।’’ पिछले महीने अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने इस दवा को कोविड-19 मरीज को आपात स्थिति में देने की अनुमति दी थी।
महाराष्ट्र सरकार भारी मात्रा में रेमडेसिवीर खरीदेगी
महाराष्ट्र सरकार ने तय किया है कि वह वायरस के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयां रेमडेसिवीर और फेविपिरावीर भारी मात्रा में खरीदेगी। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बृहस्पतिवार को बताया कि कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए ये दवाइयां खरीदी जाएंगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कोविड-19 मरीजों का इलाज करने के लिए हमें रेमडेसिवीर, फेविपिरावीर और अन्य जरुरी दवाएं भारी मात्रा में खरीदनी पड़ेंगी। उन्होंने कहा कि ये दवाइयां महंगी हैं, इसलिए राज्य सरकार ने उन्हें खरीदने का फैसला किया है।