अफगानिस्तान संकट: जयशंकर बोले-कोरोना के लिए जो सच, वहीं आतंकवाद के लिए भी, जबतक सब सुरक्षित नहीं होंगे...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 19, 2021 08:53 PM2021-08-19T20:53:03+5:302021-08-19T20:54:35+5:30
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “इस वक्त हम औरों की ही तरह, बहुत ध्यान से अफगानिस्तान में घटनाक्रमों पर नजर रख रहे हैं। मेरे विचार में हमारा ध्यान अफगानिस्तान में सुरक्षा सुनिश्चित करने और वहां मौजूद भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी पर है।”
न्यूयॉर्कः संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवादी कृत्यों द्वारा अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित किया। भारत, आतंकवाद से संबंधित चुनौतियों और क्षति से अत्याधिक प्रभावित रहा है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया को आतंकवाद की बुराई से कभी समझौता नहीं करना चाहिए।भारत मानता है कि आतंकवाद को किसी धर्म, राष्ट्रीयता, सभ्यता या जातीय समूह से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। आइए हम हमेशा याद रखें कि कोविड के बारे में जो सच है वह आतंकवाद के बारे में और भी सच है। हम में से कोई भी तब तक सुरक्षित नहीं है जब तक कि हम सभी सुरक्षित नहीं हैं।
It is also important therefore to end the stalemate preventing the adoption of a Comprehensive Convention on International Terrorism, which India has championed for so long. We reiterate our full support for counter-terrorism cooperation under the auspices of the UN: EAM
— ANI (@ANI) August 19, 2021
काबुल पर तालिबान के नियंत्रण के साथ ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत अफगानिस्तान में बदलते घटनाक्रम पर ‘‘काफी सावधानीपूर्वक’’ नजर रख रहा है और नयी दिल्ली का ध्यान युद्धग्रस्त राष्ट्र से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी पर है।
In our own immediate neighborhood, ISIL-Khorasan (ISIL-K) has become more energetic & is constantly seeking to expand its footprint. Events unfolding in Afghanistan have naturally enhanced global concerns about their implications for both regional and international security: EAM pic.twitter.com/4gF8mTolwz
— ANI (@ANI) August 19, 2021
जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शांति रक्षा पर खुली चर्चा की अध्यक्षता करने के बाद कहा, ‘‘वह (अफगानिस्तान की स्थिति) यहां मेरी वार्ताओं के केंद्र में है, संयुक्त राष्ट्र महासचिव और अन्य सहयोगियों के साथ ही अमेरिका के विदेश मंत्री से भी इस पर चर्चा कर रहा हूं।’’
भारत अगस्त महीने के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘इस वक्त हम दूसरों की तरह ही अफगानिस्तान में बदलते घटनाक्रम पर सावधानीपूर्वक नजर बनाए हुए हैं। हमारा ध्यान अफगानिस्तान में सुरक्षा सुनिश्चित करने और वहां मौजूद भारतीयों की सुरक्षित वापसी पर है।’’