लंदन, 24 जून (एपी) गूगल ने कहा है ‘क्रोम’ ब्राउजर की विज्ञापन तकनीक को हटाने में देर इसलिए हो रही है कि क्योंकि एक नई प्रणाली बनाने के लिए ज्यादा समय की जरूरत है। क्रोम, विज्ञापन के लिए उपयोगकर्ताओं को ‘ट्रैक’ करता है।
कंपनी ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘थर्ड पार्टी कुकीज’ को हटाने की समयसीमा 2023 के अंत तक के लिए बढ़ा दी गई है जो कि पहले 2022 जनवरी तय की गई थी।
क्रोम के ‘प्राइवेसी इंजीनियरिंग’ के निदेशक विनय गोयल ने एक ब्लॉग में लिखा, “हमें और अधिक समय देना होगा जिससे सही समाधान के लिए सार्वजनिक चर्चा हो सके और पब्लिशर तथा विज्ञापन उद्योग अपनी सेवाएं कहीं और ले जा सकें।”
‘थर्ड पार्टी कुकीज’ उस कोड के अंश के होते हैं जो उपयोगकर्ता की जानकारी जमा करते हैं। विज्ञापन कंपनियां इसका इस्तेमाल करती हैं और इस कारण इंटरनेट पर अखबार और ब्लॉग जैसी वेबसाइट मुफ्त उपलब्ध हो पाती है क्योंकि उन्हें विज्ञापन से पैसा मिलता है।
यह लंबे समय से निजता के हनन का भी मामला बना हुआ है क्योंकि इससे इंटरनेट पर किसी उपयोगकर्ता की जानकारी निकाली जा सकती है। गूगल, क्रोम में आमूलचूल सुधार कर थर्ड पार्टी कुकीज को हटाना चाहता है और निजता का पालन और कड़ाई से करना चाहता है। इससे ऑनलाइन विज्ञापन उद्योग में हलचल का माहौल है और इसका डर है कि क्रोम के बदले जो तकनीक आएगी उसमें और कम संख्या में विज्ञापन मिलेंगे।
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