बीजिंग, 22 दिसंबर (एपी) हार्वर्ड विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर के चीन संचालित एक भर्ती कार्यक्रम से संबंधों को छिपाने को लेकर अभ्यारोपित होने के बाद चीन ने बुधवार को अपने अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों का बचाव किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि अमेरिका और अन्य देशों की तरह ही चीन ऐसे आदान-प्रदान का प्रबंधन करता है।
झाओ ने कहा कि अमेरिकी एजेंसियों और अधिकारियों को इस तरह के कार्यक्रमों को निशाना नहीं बनाना चाहिए बल्कि ‘‘चीन-अमेरिका के बीच वैज्ञानिक और लोगों के बीच आदान-प्रदान एवं सहयोग के लिए कुछ अच्छा करना चाहिए।’’
हार्वर्ड के रसायन विज्ञान और रासायनिक जीव विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष, 62 वर्षीय चार्ल्स लिबर ने झूठे कर रिटर्न दाखिल करने, झूठे बयान देने और चीन में एक विदेशी बैंक खाते के लिए रिपोर्ट दाखिल करने में विफल रहने के लिए दोष स्वीकार नहीं किया।
लिबर के बचाव पक्ष के वकील, मार्क मुकासी ने दलील दी थी कि अभियोजकों के पास आरोपों का सबूत नहीं था। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि जांचकर्ताओं ने लिबर की गिरफ्तारी से पहले उनके साथ पूछताछ का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा।
अभियोजकों ने दलील दी कि जनवरी में गिरफ्तार किए गए लिबर ने जानबूझकर अपने करियर और प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए चीन की ‘थाउजेंड टैलेंट्स प्लान’ में अपनी भागीदारी छुपायी।
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