देखें तस्वीरें: चीन ने समुद्र के ऊपर बना दिया 6 खंभे वाला 'ऐतिहासिक' पुल! अब कई शहरों को जोड़ना हुआ आसान
By आजाद खान | Published: July 29, 2022 08:43 AM2022-07-29T08:43:01+5:302022-07-29T09:04:17+5:30
बताया जा रहा है कि इस पुल को बनाने में चीन के कुल 4274 करोड़ रुपए से भी ज्यादा पैसे खर्च हुए है। इसके कारण देश के कई शहरों से जुड़ना अब आसान हो जाएगा।
जगरेब: क्रोएशिया का पेलजेसैक पुल (Peljesac Bridge) बनने के बाद आखिरकार खुल गया है। क्रोएशिया के लिए इस पुल को चीन ने 4274 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की लागत से बनाया है। इस पुल के खुलने के बाद क्रोएशिया के प्रधानमंत्री Andrej Plenković ने काफी खुशी जताई है और इस दिन को देश के लिए ऐतिहासिक लम्हा बताया है।
Povijesni dan za Hrvatsku! Pelješki most je državni, strateški i svehrvatski projekt kojim smo ostvarili san mnogih generacija i povezali naš teritorij! Dijelimo osjećaje radosti, ponosa i zahvalnosti. #SpajamoHrvatsku
— Andrej Plenković (@AndrejPlenkovic) July 26, 2022
🇭🇷🇪🇺🇨🇳 pic.twitter.com/2gWshT2Tkb
बताया जा रहा है कि इस पुल के खुलने से क्रोएशिया के मध्ययुगीन दीवारों वाले शहर' डुब्रोव्निक जाना अब बहुत ही आसान हो जाएगा। इसके जरिए क्रोएशिया के दक्षिणी हिस्से पेलजेसैक प्रायद्वीप भी जुड़ जाएगा जिससे शहर को एक कोने से दूसरे कोनों को जोड़ने में मदद मिलेगी।
Večeras #SpajamoHrvatsku! pic.twitter.com/5qg9uXd7ng
— Andrej Plenković (@AndrejPlenkovic) July 26, 2022
इस पुल पर छह खंभे है और यह जब खुला तो उस समय जमकर आतिशबाजी की गई थी।
पुल के बनने पर क्या कहा क्रोएशिया के प्रधानमंत्री
क्रोएशिया के प्रधानमंत्री ने पुल के बनने और इसके खुल जाने को ऐतिहासिक दिन बताया है। उन्होंने इस पुल की कुछ तस्वीरें भी शेयर की है जिसमें पुल के खुलने के बाद आतिशबाजी होता दिखा रहा है। इस पुल का एक वीडियो भी जारी हुआ है जिसमें पुल का एरियल व्यू दिखाया गया है।
वहीं पुल के खुलने के समय हजारों की संख्या में स्थानीय लोग वहां पहुंचे थे। लोगों ने तपती धूप के बावजूद भी पुल को देखने के लिए गए थे और इस पर अपनी खुशी भी जाहीर की है।
उधर, चीन के प्रीमियर Li keqiang ने इस पुल के एक वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि यह पुल चीन के साथ यूरोपियन यूनियन और क्रोएशिया के दोस्ताने संबंध को दर्शाता है।
पुल को चीनी कंपनी ने बनाया
2018 में इस पुल को बनाने का टेंडर चाइना रोड एंड ब्रिज कॉरपोरेशन को मिला था। टेंडर मिलने के बाद चीनी कंपनी एलीगेंट (Elegant) ने इस पुल के लिए काम करना शुरू कर दिया था और बहुत ही तेजी से इस पुल को बनाया गया है ताकि आम लोगों के लिए यह जल्द से जल्द खोला जा सके। इसमें चीनी कंपनी को यूरोपियन यूनियन की भी मदद मिली है।
वहीं इस पुल की खास बात यह है कि यह पुल पड़ोसी देश बोस्निया को बाइपास कर निकला है जिन के बीच पहले तनाव हो चुके है।