ब्रिटेन सरकार की आलोचना करने वाले एंकर को बीबीसी ने किया निलम्बित
By शिवेंद्र राय | Published: March 11, 2023 08:08 PM2023-03-11T20:08:28+5:302023-03-11T20:11:51+5:30
ब्रिटेन की नई कंजर्वेटिव सरकार का प्रयास है कि छोटी नावों द्वारा इंग्लिश चैनल पार करके आने हजारों प्रवासियों को रोका जाए और उन्हें रवांडा जैसी अन्य जगहों पर स्थानांतरित किया जाए। गैरी लिनेकर ने सरकार की इस शरण नीति की आलोचना की थी।
नई दिल्ली: बीबीसी ने ब्रिटिश सरकार की नई आव्रजन नीति (शरण नीति) की आलोचना करने के कारण अपने होस्ट गैरी लिनेकर को निलम्बित कर दिया है। गैरी लिनेकर इंग्लैंड के पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी हैं। सरकार की आव्रजन नीति की आलोचना करने के कारण बीते शुक्रवार, 10 मार्च को गैरी लिनेकर को अपना फुटबॉल शो पेश करने से मना कर दिया गया।
62 वर्षीय गैरी लिनेकर बीबीसी के ‘मैच ऑफ द डे’ कार्यक्रम के एंकर थे। ब्रिटिश सरकार की नई आव्रजन नीति को गलत बताते हुए गैरी लिनेकर ने टिवटर पर लिखा था कि ब्रिटिश गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन नावों पर इंग्लिश चैनल पार कर शरण के लिए आने वालों को रोकने जर्मन नाजी युग की याद दिलाने वाली भाषा का उपयोग कर रही हैं। गैरी लिनेकर ने आगे कहा था कि हम अन्य प्रमुख यूरोपीय देशों की तुलना में बहुत कम शरणार्थियों को लेते हैं।
गैरी लिनेकर की इस टिप्पणी के बाद बीबीसी ने उन्हें अपने बेहद लोकप्रिय कार्यक्रम की एंकरिंग से हटा दिया। इस संबंध में बीबीसी की तरफ से एक बयान भी जारी किया गया जिसमें कहा गया कि ‘मैच ऑफ द डे’ निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ेगा, लेकिन इसमें एंकर नहीं होगा और ना ही कमेंट्री होगी। हालांकि बीबीसी के इस निर्णय के बाद सोश मीडिया पर इस कदम की आलोचना भी हो रही है।
बता दें कि इंग्लैंड की राष्ट्रीय फ़ुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान गैरी लिनेकर साल 1986 के विश्व कप में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी थे। उनके कार्यक्रम ‘मैच ऑफ द डे’ को भी ब्रिटेन में खूब पसंद किया जाता था।
गैरी लिनेकर को उनकी टिप्पणी के लिए निलम्बित करने के बाद बीबीसी की तरफ से कहा गया कि उनकी सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी संस्थान के दिशा निर्देशों की उल्लंघन है। बीबीसी की तरफ से ये भी कहा गया कि गैरी लिनेकर को राजनीतिक मुद्दों पर पक्ष लेने से बचना चाहिए।
बता दें कि ब्रिटेन की नई कंजर्वेटिव सरकार का प्रयास है कि छोटी नावों द्वारा इंग्लिश चैनल पार करके आने हजारों प्रवासियों को रोका जाए और उन्हें रवांडा जैसी अन्य जगहों पर स्थानांतरित किया जाए। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सनक ने भी हाउस ऑफ कॉमन्स को बताया कि उनकी सरकार का प्रयास नावों से अवैध प्रवासियों को ब्रिटेन लाकर मुनाफा कमाने वाले आपराधिक गिरोहों को तोड़ने का है।