बांग्लादेश में फिर हिंदू मंदिरों को बनाया गया निशाना, 14 जगहों पर मूर्तियां तोड़ी गई
By विनीत कुमार | Published: February 6, 2023 08:18 AM2023-02-06T08:18:55+5:302023-02-06T08:24:22+5:30
बांग्लादेश में रविवार को कई मंदिरों को निशाना बनाए जाने की बात सामने आई है। कम से कम 14 मंदिरों में मूर्तियां तोड़ी गई। इससे पहले भी बांग्लादेश में ऐसी घटनाएं हाल के वर्षों में कई बार सामने आई हैं।
ढाका (बांग्लादेश): बांग्लादेश में एक बार फिर हिंदू मंदिरों को निशाना बनाए जाने और उनमें तोड़फोड़ किए जाने का मामला सामने आया है। ताजा मामला रविवार का है जिसमें बांग्लादेश के बलियाडांगी उपजिला में 14 मंदिरों को निशाना बनाया गया और इनमें रखी मूर्तियां तोड़ी गई। ढाका ट्रिब्यून अखबार ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से ये जानकारी दी है।
घटनास्थलों पर गए पुलिस उपायुक्त महबूबुर रहमान, पुलिस अधीक्षक मोहम्मद जहांगीर हुसैन और हिंदू बौद्ध ईसाई ओइक्य परिषद ठाकुरगांव के जिला महासचिव प्रबीर कुमार गुप्ता ने बताया कि धनतला के सिंदूरपिंडी क्षेत्र में 9, परिया संघ के कॉलेजपारा में चार मूर्तियों को तोड़ा गया है। इसके अलावा चरोल के शाहबाजपुर नाथपारा इलाके में एक मंदिर में 14 मूर्तियों को तोड़ा गया।
इस घटना को लेकर ठाकुरगांव के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद जहांगीर हुसैन ने कहा, 'हम घटना में शामिल लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।'
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक बलियाडांगी पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी (ओसी) खैरुल अनम ने कहा, 'हमारा मानना है कि ये घटनाएं शनिवार रात से रविवार सुबह के बीच हुईं।'
उधर उपजिला पूजा उत्सव परिषद के महासचिव विद्यानाथ बर्मन ने कहा कि उपद्रवियों ने मूर्तियों के हाथ, पैर और सिर तोड़ दिए हैं। कुछ मूर्तियों को तोड़कर तालाब में फेंक दिया गया।
उन्होंने प्रशासन से घटना की सही तरीके से जांच करने और दोषियों को गिरफ्तार करने का भी आग्रह किया। उपायुक्त महबूबुर रहमान ने कहा, 'हमने घटना स्थल का दौरा किया है और मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं।'
जिला पूजा उत्सव परिषद के महासचिव तपन कुमार घोष ने शाम करीब चार बजे सिंदूरपिंडी इलाके के हरिबसर मंदिर का दौरा किया और कहा कि इस मंदिर की सभी मूर्तियों को खंडित कर दिया गया है। उन्होंने कहा, 'यह बहुत दुखद और भयावह है। हम इस घटना की निष्पक्ष जांच चाहते हैं।'
बलियाडांगी उपजिला परिषद के अध्यक्ष मोहम्मद अली असलम ज्वेल ने कहा, 'मंदिरों की जिन मूर्तियों को तोड़ा गया था, उन्हें सड़क के किनारे फेंक दिया गया था।' ढाका ट्रिब्यून के अनुसार सिंदूरपिंडी इलाके के निवासी काशीनाथ सिंह ने कहा, 'हम दहशत की स्थिति में हैं। इस घटना में शामिल लोगों को जल्दी गिरफ्तार किया जाना चाहिए।'