पाकिस्तान ने भी टिक-टॉक पर लगाया बैन, अश्लील और अनैतिक कंटेंट परोसने का आरोप
By गुणातीत ओझा | Published: October 9, 2020 07:00 PM2020-10-09T19:00:35+5:302020-10-09T20:03:59+5:30
हमेशा चीन की हां में हां मिलाने वाले पाकिस्तान का रंग बदला हुआ है। शार्ट वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर पाकिस्तान के तल्ख तेवर देखने को मिल रहे हैं।
हमेशा चीन की हां में हां मिलाने वाले पाकिस्तान का रंग बदला हुआ है। शार्ट वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर पाकिस्तान के तल्ख तेवर देखने को मिल रहे हैं। पाकिस्तान ने अपने देश में चीनी ऐप टिकटॉक को ब्लॉक कर दियाहै। पाकिस्तान ने टिकटॉक पर बैन अश्लील और अनैतिक कंटेंट के चलते लगाया है। टिकटॉक ही नहीं इससे पहले पाकिस्तान गेमिंग ऐप पबजी पर भी बैन लगा चुका है। पाकिस्तान की न्यूज बेवसाइट डॉन के मुताबिक टिकटॉक ने पाक के इस फैसले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
बता दें कि पाकिस्तान के लोगों ने टिकटॉक को 3.9 करोड़ बार डाउनलोड किया है। यह पाकिस्तान में पिछले कुछ समय में तीसरा सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जानेवाला ऐप है। इससे पहले पाकिस्तान में सबसे ज्यादा लोगों द्वारा वॉट्सऐप और फेसबुक ऐप डाउनलोड किया गया है।
Pakistan's Telecommunication Authority blocks Chinese app TikTok "in view of a number of complaints from different segments of the society against immoral/indecent content on the video-sharing platform" https://t.co/3GWaqAbetKpic.twitter.com/DTzfOMd727
— ANI (@ANI) October 9, 2020
टिकटॉक के खिलाफ शिकायतों का अंबार लगने के बाद पाकिस्तान सरकार इसपर गंभीरता से विचार कर रही थी। टिकटॉक पर बैन लगाने के लिए कोर्ट में याचिका भी डाली गई थी। इससे पहले पीटीए ने टिकटॉक को अश्लील और अन्य कंटेंट हटाने के लिए चेतावनी भी दी थी। अब इमरान खान सरकार ने अपने जिगरी दोस्त चीन को बड़ा झटका दिया है। बता दें कि भारत के बाद अब पाकिस्तान की तरफ से भी इस चीनी ऐप को बैन कर दिया गया है।
दो माह पहले ही लाहौर हाई कोर्ट में एक याचिका दायर करके टिकटॉक पर तत्काल बैन लगाने की मांग की गई थी। याचिकाकर्ता ने कहा था कि यह ऐप आधुनिक समय में बहुत बड़ी बुराई है। याचिकाकर्ता ने कहा था कि टिकटॉक सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि और रेटिंग की लालच में पोर्नोग्राफी का बड़ा स्रोत बन गया है। वहीं पाक सरकार ने इस मामले में कहा था कि इस तरह के ऐप से युवाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गलत असर पड़ रहा है।