अफगानिस्तान: तालिबान का हेरात में महिलाओं के खिलाफ नया फरमान, "महिलाओं को परिवार के साथ भी रेस्टोरेंट में जाने से मनाही"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 10, 2023 08:53 PM2023-04-10T20:53:29+5:302023-04-10T20:58:27+5:30
अफगानिस्तान के हेरात में तालिबानी शासन ने एक नया फरमान जारी करते हुए महिलाओं को रेस्टोरेंट में जाने से प्रतिबंधित कर दिया है। इस संबंध में तालिबानी शासन ने कहा कि इस्लामी नियमों के अनुसार ही महिलाओं को रेस्टोरेंट में जाने से रोक लगाई गई है।
काबुल: अफगानिस्तान में शासन करे तालिबानी हुक्मरानों उत्तर-पश्चिमी हेरात प्रांत में रहने वाले लोगों पर एक नया प्रतिबंध लगा दिया है। इस नई बंदिश के मुताबिक अब हेरात में परिवारों और महिलाओं के उन रेस्टोरेंट में जाने पर मनाही होगी, जिनके हरे-भरे बाग-बगीचे होंगे। इस संबंध में तालिबानी प्रशासन ने बयान जारी करते हुए कहा कि इस्लाम के धार्मिक विद्वानों और जनप्रतिनिधियों की सलाह पर महिलाओं को उन रेस्टोरेंट में परिवार के साथ जाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है, जहां पर स्त्री और पुरुष के बीच कोई दूरी नहीं होती है।
तालिबान शासन द्वारा अगस्त 2021 में सत्ता संभालने के बाद से लगाए गए कई प्रतिबंधों में यह सबसे नया बताया जा रहा है। इससे पहले तालिबानी प्रशासन ने लड़कियों को छठी कक्षा के बाद अध्ययन पर रोक लगा दी थी और यूनिवर्सिटी समेत से संयुक्त राष्ट्र में भी महिलाओं को नौकरी करने संबंधी अधिकांश रोजगारों के दरवाजों को बंद कर दिया था। इतना ही नहीं महिलाओं को पार्क और जिम जैसे सार्वजनिक स्थानों पर भी जाने से प्रतिबंधित कर दिया गया था।
तालिबानी अधिकारियों ने नये प्रतिबंध के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह प्रतिबंध इस कारण लगाये गये हैं ताकि रेस्टोरेंट में बिना इस्लामी कानूनी को मानते हुए महिलाओं और पुरुषों को एक जगह इकट्ठा होने पर रोका जा सके क्योंकि अधिकांश महिलाएं रेस्टोरेंट जैसा सार्वजनिक जगहों पर कथित रूप से हिजाब या इस्लामिक हेडस्कार्फ़ को सही ढंग से नहीं पहन रही थीं।
हेरात में तालिबानी शासन के वरिष्ठ अधिकारी बाज मोहम्मद नजीर ने बताया कि इस प्रतिबंध को केवल हेरात में संचालित रेस्टोरेंट पर लगाया गया है क्योंकि यहां के आउटडोर डाइनिंग परिसर पुरुषों के लिए खुले रहते हैं और वहां महिलाएं भी जा सकती थीं। बाज मोहम्मद नजीर ने मीडिया की उन खबरों का खंडन किया कि ऐसा सभी प्रतिबंध उन सभी रेस्टोरेंट पर लगाया गया है जिनके परिसर में बाग-बगीचे थे। महिलाओं को उनके परिवारों के साथ भी वहां जाने पर प्रतिबंध होगा।
उन्होंने कहा कि यह फैसला विद्वानों और आम लोगों की ओर से मिलने वाली बार-बार की शिकायतों के बाद लिया गया कि पार्क वाले या हरेभरे रेस्टोरेंट में अक्सर पुरुषों और महिलाओं को बिना किसी पर्दे या इस्लामी मान्यता के मिलने की छूट थी। इसके बाद हमने महिलाओं की सीमाएं निर्धारित कर दी और उनमें से कुछ रेस्टोरेंट को बंद भी कर दिया।
इस जानकारी के साथ बाज मोहम्मद नजीर ने उन खबरों को गलत बताया, जिनमें बताया गया कि हेरात में विदेशी फिल्मों, टीवी शो और संगीत के डीवीडी को प्रतिबंधित कर दिया गया है। नजीर ने कहा कि व्यापार मालिकों को ऐसी सामग्री न बेचने के लिए केवल सलाह दी गई थी क्योंकि यह इस्लामी मूल्यों के खिलाफ हैं।
नजीर ने कहा कि जिन दुकानदारों ने शासन की सलाह पर अमल नहीं किया और लगातार गैर इस्लामिक चीजों के बेचते रहे केवल उनकी दुकानों को बंद किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय मीडिया की उस रिपोर्टों का भी खंडन किया। जिसमें बताया गया था कि हेरात में इंटरनेट कैफे बंद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इंटरनेट कैफे पहले की तरह चल रहे हैं लेकिन ऑनलाइन अनुपयुक्त सामग्री जैसे गेमिंग या अन्य खेल के साधनों को बंद कर दिया गया है।
नजीर ने कहा, "जिन इंटरनेट कैफे में छात्र सीखते हैं और अपनी पढ़ाई के लिए उपयोग करते हैं, उन्हें अनुमति दी गई है।"