... और झुक गया तालिबान, अफगानिस्तान में गुरुद्वारे से हटाए निशान साहिब को फिर से लगाया
By अभिषेक पारीक | Published: August 7, 2021 03:19 PM2021-08-07T15:19:00+5:302021-08-07T15:34:26+5:30
अफगानिस्तान में पख्तिया प्रांत के गुरुद्वारे से निशान साहिब को हटाने के मामले में तालिबान ने यूटर्न ले लिया है। तालिबान ने थाला साहिब गुरुद्वारे से हटाए गए निशान को गुरुद्वारे में वापस लगा दिया है।
अफगानिस्तान में पख्तिया प्रांत के गुरुद्वारे से निशान साहिब को हटाने के मामले में तालिबान ने यूटर्न ले लिया है। तालिबान ने थाला साहिब गुरुद्वारे से हटाए गए निशान को गुरुद्वारे में वापस लगा दिया है। माना जा रहा है कि तालिबान का यह कदम अंतरराष्ट्रीय दबाव का नतीजा है। भारत सरकार की ओर से भी इस मामले में कड़ी आपत्ति जताई गई थी।
जानकारी के मुताबिक, निशान हटाने के बाद अंतरराष्ट्रीय और भारत के दबाव में आए तालिबान के लड़ाके गुरुद्वारे में पहुंचे थे, जिसके बाद निशान को वापस लगा दिया गया है। साथ ही तालिबान की ओर से कहा गया है कि गुरुद्वारा अपने परंपरागत रीति-रिवाजों के अनुसार काम करता रहेगा।
भारत की ओर से शुक्रवार को तालिबान के कृत्य की निंदा की गई थी। साथ ही भारत ने दोहराया था कि अफगानिस्तान का भविष्य ऐसा होना चाहिए, जहां पर अल्पसंख्यकों और महिलाओं सहित अफगान समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा की जाए।
भारत ने शांति का किया आह्वान
युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में व्यापक हिंसा के बाद भारत ने चिंता जताई है और शांति का आह्वान किया है। भारत ने कहा है कि इस क्षेत्र में स्थायी शांति महत्वपूर्ण है। गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि भारत अफगानिस्तान की स्थिति पर नजर रख रहा है और वह तुंरंत और तत्काल युद्धविराम का आह्वान करता है। उन्होंने साफ कहा कि हम एक शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और समृद्ध भविष्य के लिए अफगानिस्तान की सरकार और वहां के लोगों की उम्मीदों को साकार करने का समर्थन करते हैं।
अफगानिस्तान में आगे बढ़ रहा तालिबान
पिछले दिनों अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान से वापसी के दौरान तालिबान के लड़ाके व्यापक पैमाने पर हिंसा को अंजाम दे रहे हैं। जिनसे निपटने के लिए अफगान सैनिकों को जूझना पड़ रहा है। पिछले कुछ सप्ताह में तालिबान ने अफगानिस्तान के कई जिलों पर कब्जा कर लिया है। लांग वॉर जर्नल के मुताबिक, तालिबान ने देश के 223 जिलों को अपने नियंत्रण में ले लिया है। 34 प्रांतों की राजधानी में से 17 को तालिबान से सीधा खतरा है। शुक्रवार को ही तालिबान ने निमरोज प्रांत की राजधानी जरांज पर कब्जा कर लिया।