2024 Nobel Prize in Physiology or Medicine: विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को दिया गया चिकित्सा क्षेत्र का नोबल पुरस्कार, जानिए उनकी उपलब्धि
By रुस्तम राणा | Published: October 7, 2024 03:20 PM2024-10-07T15:20:58+5:302024-10-07T15:34:05+5:30
सोमवार को स्टॉकहोम के कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट में नोबेल असेंबली द्वारा विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्रदान किये जाने की घोषणा की गई।
2024 Nobel Prize in Physiology or Medicine: सोमवार को स्टॉकहोम के कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट में नोबेल असेंबली द्वारा चिकित्सा क्षेत्र के लिए 2024 के नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गई, जिसके तहत विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को माइक्रोआरएनए की खोज और पोस्ट-ट्रांसक्रिप्शनल जीन विनियमन में इसकी भूमिका के लिए दोनों को नोबल पुरस्कार से नवाजा गया है। नोबेल असेंबली ने कहा कि उनकी खोज "जीवों के विकास और कार्य करने के तरीके के लिए मौलिक रूप से महत्वपूर्ण साबित हो रही है।" असेंबली ने कहा कि उनकी खोज यह समझने में महत्वपूर्ण है कि मानव सहित जीव किस प्रकार विकसित होते हैं और कार्य करते हैं।
विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को चिकित्सा में नोबेल क्यों मिला?
इस साल का नोबेल पुरस्कार वैज्ञानिक विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को माइक्रोआरएनए की खोज के लिए दिया गया, जो एक छोटा अणु है जो जीन गतिविधि को विनियमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भले ही हमारे शरीर की सभी कोशिकाओं में एक जैसे जीन होते हैं, लेकिन मांसपेशियों और तंत्रिका कोशिकाओं जैसी विभिन्न प्रकार की कोशिकाएँ अलग-अलग कार्य करती हैं। यह जीन विनियमन के कारण संभव है, जो कोशिकाओं को केवल उन जीनों को "चालू" करने की अनुमति देता है जिनकी उन्हें आवश्यकता होती है। माइक्रोआरएनए की एम्ब्रोस और रुवकुन की खोज ने इस विनियमन के होने का एक नया तरीका बताया।
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— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 7, 2024
The 2024 #NobelPrize in Physiology or Medicine has been awarded to Victor Ambros and Gary Ruvkun for the discovery of microRNA and its role in post-transcriptional gene regulation. pic.twitter.com/rg3iuN6pgY