तीन साल से गायब पति को टिकटॉक के जरिए महिला ने पकड़ा, ट्रांस के साथ बनाता था वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 3, 2019 01:27 PM2019-07-03T13:27:51+5:302019-07-03T13:27:51+5:30
कुछ महीने पहले ही मद्रास हाई कोर्ट ने टिकटॉक पर बैन लगाने का आदेश दिया था। इस मामले में वहीं के एक विधायक थमिमुन अंसारी ने भी अभद्र चीजों के प्रसारण को लेकर बैन लगाने की मांग की थी..
एक तरफ जब मद्रास हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को टिक-टॉक के डाउनलोड पर बैन लगाने का आदेश दिया था वहीं छोटे-छोटे वीडियो क्लिप वाले इस एप ने एक महिला को उसके से मिलने में मदद किया। महिला ने पति ने उसे तीन साल पहले छोड़ दिया था लेकिन महिला ने टिक-टॉक की मदद से उसे खोज निकाला।
घटना तमिलनाडु के विल्लुपुरम की है। जयाप्रदा और सुरेश दोनों विवाहित हैं और उनके दो बच्चे थे। साल 2016 में सुरेश ने काम के लिए घर छोड़ा और फिर वापस ही नहीं आया।
जयाप्रदा ने सुरेश के दोस्तों और रिश्तेदारों से काफी पूछताछ किया लेकिन कुछ पता नहीं चल सका और अंत में उसने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराया। पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज किया लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक उस पर कोई खास कार्रवाई नहीं हुई।
हाल ही में जयप्रदा के किसी रिश्तेदार ने टिक-टॉक पर एक वीडियो देखा जिसमें एक ट्रांस महिला के साथ एक व्यक्ति दिखा जो सुरेश से काफी मिलता जुलता दिखा। यह वीडियो उसने तुरंत जयाप्रदा को दिखा और उसने कंफर्म किया कि वह उसका पति सुरेश ही है।
वह विल्लुपुरम पुलिस स्टेशन गई और अधिकारियों को बताया जिन्होंने ट्रांस लोगों के एसोसिएशन की मदद से उसे होसुर से खोज निकाला।
पूछताछ करने पर पता चला कि सुरेश ने घर छोड़ दिया क्योंकि वह परिवारिक घटनाक्रमों से खुश नहीं था। जहां से वह होसुर भाग गया और एक ट्रैक्टर कंपनी में मैकेनिक के रुप में काम करने लगा। फिलहाल पुलिस ने दोनों दंपति को समझा बुझाकर उन्हें घर भेज दिया है।
कुछ महीने पहले ही मद्रास हाई कोर्ट ने टिकटॉक पर बैन लगाने का आदेश दिया था। इस मामले में वहीं के एक विधायक थमिमुन अंसारी ने भी अभद्र चीजों के प्रसारण को लेकर बैन लगाने की मांग की थी जिस पर राज्य सरकार प्रतिबंध लगाने पर सहमति व्यक्त की थी। 24 अप्रैल को मद्रास हाई कोर्ट ने टिक टॉक डाउनलोड पर लगी रोक हटा दिया था।