अमेरिका के एक कॉलेज में शुरू हुआ पॉर्नोग्राफी कोर्स, लेक्चरर संग छात्रों को बैठाकर दिखाया जा रहा है पॉर्न फिल्म
By आजाद खान | Published: April 23, 2022 02:35 PM2022-04-23T14:35:49+5:302022-04-23T14:55:39+5:30
बताया जा रहा है कि कॉलेज में 'पॉर्नोग्राफी' का नया कोर्स छात्रों को इतना पसंद आ रहा है कि यह कोर्स संडे नाइट फुटबॉल से भी ज्यादा लोकप्रिय बन गया है।
वाशिंगटन डी.सी:अमेरिका के यूटा के साल्ट लेक सिटी के वेस्टमिंस्टर कॉलेज ने 'पॉर्नोग्राफी' का नया कोर्स चालु किया है। इस कोर्स के तहत छात्र लेक्चरर के साथ बैठकर अश्लील फिल्म देख सकते हैं। आपको बता दें कि वेस्टमिंस्टर कॉलेज ने 2022-2023 शैक्षणिक वर्ष के दौरान इस कोर्स को पेश किया जिसमें क्लास को "फिल्म 3000 पोर्न" दिखाया जा रहा है। कॉलेज के इस कोर्स के एलान करने के बाद इसकी बहुत आलोचना हुई है। लोगों ने इसे घृणित बता कर इस कोर्स पर सवाल भी उठाए हैं। लेकिन कॉलेज का इस पर अपना ही तर्क है। आपको बता दें कि इस तरीका का कोर्स अपने आप में अजूबा है जहां छात्र शिक्षक के साथ बैठकर पॉर्न देखे। हालांकि विदेशों में सेक्स एजुकेश्न काफी आम बात है, लेकिन यह विषय सेक्स एजुकेश्न से बिल्कुल अलग है।
क्या है पूरा मामला
डेली स्टार में छपि एक खबर के मुताबिक, यूएस के वेस्टमिंस्टर कॉलेज ने एक ऐसा कोर्स चालु किया है जिसमें हार्ड कोर पॉर्नोग्राफी दिखाया जा रहा है। इस कोर्स को इस तरीके से पढ़ाया जा रहा है कि छात्र और लेक्चरर दोनो ही एक साथ बैठकर पॉर्न देख रहे हैं। कॉलेज के कैटलॉग के अनुसार, छात्र संडे नाइट फुटबॉल के मुकाबले हार्ड कोर पॉर्नोग्राफी को ज्यादा पसंद कर रहे हैं और यह उनमें काफी लोकप्रिय भी है। कॉलेज द्वारा इस कोर्स में यह भी बताया गया है कि पॉर्नोग्राफी एक मिलियन डॉलर इंडस्ट्रीज है।
कोर्स के बारे में क्या कही है कॉलेज
कोर्स को चालु करने के बाद जब कॉलेज की हर जगह आलोचना हुई तो कॉलेज ने अपना रूख साफ किया। कॉलेज ने कहा वे इस कोर्स के माध्यम से हर तरह के नस्ल, वर्ग और लिंग को प्रयोगात्मक और कला के रूप में चर्चा करेंगे। कॉलेज ने इस पर अपना तर्क रखते हुए कहा कि वे सामाजिक मुद्दों का विश्लेषण के लिए कभी-कभी इस तरीके के वैकल्पिक पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं जिससे उनकी व्यापकता और प्रभाव को समझा जा सके। वेस्टमिंस्टर कॉलेज ने यह भी कहा कि यह कोर्स कुछ छात्रों को डिस्टर्ब कर सकता है, लेकिन इससे उन्हें विवादास्पद विषयों की गंभीर जांच करने में मदद मिलेगी।