चंदौली: डिप्टी एसपी के साथ अन्य पुलिसवालों ने मिलकर गरीब लड़की की कराई शादी, बिना किसी दहेज का यूं हुआ शिखा का धूमधाम से विवाह
By आजाद खान | Published: April 24, 2022 05:28 PM2022-04-24T17:28:04+5:302022-04-24T17:34:17+5:30
इस शादी में तमाम इन्तजाम पुलिस वालों ने की है। बारातियों की स्वागत से लेकर मेहमानों के खाने तक हर चीज का जुगाड़ पुलिस द्वारा की गई थी।
लखनऊ:उत्तर प्रदेश के चंदौली में डिप्टी एसपी ने एक गरीब लड़की की शादी बड़े ही धूमधाम से कराई है। इस शादी में केवल डिप्टी एसपी ही नहीं ब्लकि पूरा पुलिस डिपार्टमेंट शामिल हुआ था। शादी में मौजूद सभी पुलिसकर्मियों ने कन्या पक्ष की तरफ से शादी की सभी रस्मों को भी निभाया है और लड़की की शादी करवाई है। पुलिस के इस तरीके से मदद करने से लड़की के परिवार वालों के साथ उसके परिजन भी काफी खुश थे। आपको बता दें कि इस शादी में पुलिसकर्मियों के साथ गांव के अन्य लोगों ने भी हिस्सा लिया था।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, चंदौली के सकलडीहा सर्किल में कुछ महीने पहले एक महिला ने आत्महत्या कर ली थी। कहा जाता है कि उस महिला की बेटी की शादी तय हो गई थी लेकिन शादी से पहले लड़के वाले ने दहेज के रकम को बढ़ा दिया था जिसके कारण महिला ने अपनी जान ले ली थी। खबरों के अनुसार इस घटना से डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह काफी दुखी हुए थे।
इसके बाद जब डिप्टी एसपी को किसी समाजसेवी से यह पता चला कि आवाजापुर गांव की शिखा यादव की शादी दहेज के लिए नहीं हो पा रही है तो उन्होंने उसकी शादी कराने की ठान ली थी। इसके बाद शिखा के लिए लड़का ढूंढ़ा गया जो उसी इलाके का रहने वाला था। 3 अप्रैल को चंदौली के ही रहने वाले सौरभ नाम के लड़के से शिखा की शादी हुई जिसमें डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह सभी पुलिसकर्मी भी मौजूद थे।
शादी की सभी तैयारियां डिप्टी एसपी और उनके सहकर्मियों ने की
आपको बता दें कि इस शादी की सभी तैयारियां डिप्टी एसपी और उनके सहकर्मियों ने की है। बारातियों की स्वागत से लेकर मेहमानों के खाने तक सभी खर्चे पुलिस वालों ने उठाया है। यही नहीं पुलिस वालों ने बारातियों की स्वागत के लिए फूल मालाएं भी लेकर खड़े दिखाई दिए थे। शिखा की यह शादी काफी धूमधाम से बिना किसी दहेज की हुई है। इस बात से शिखा के साथ उसके परिवार वाले भी काफी खुश है।
क्या कहा डिप्टी एसपी ने
इस पर बोलते हुए डिप्टी एसपी ने कहा, "एक समाजसेवी हैं दुर्गेश सिंह जो आवाजापुर के रहने वाले हैं। लड़की के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी कि वे शादी कर सकें। तो हमने उनसे कहा कि यह शादी हम करेंगे और लड़के को भी देखेंगे। दुर्गेश के माध्यम से हमने एक लड़का देखा। लड़का भी बहुत अच्छे परिवार का है और सभ्य लड़का है। फिर हमने अपने सर्किल के सभी इंस्पेक्टर से बात की।
मामले में उन्होंने आगे कहा, "मैंने अपने दोस्तों से भी बात की। इस मामले में मैं बहुत धनी हूं। अपने दोस्तों का भी धनी हूं और अपने सबोर्डिनेट्स का भी धनी हूं। सब लोगों ने मिलकर थोड़ा-थोड़ा कंट्रीब्यूट किया और सब लोग आगे आए। मैं आपको बताऊं पत्रकार मित्र भी सामने आए हैं। जो अपने से कुछ न कुछ गिफ्ट लेकर आए हैं। वो कहते कहते हैं कि रास्ता चलते गए और कारवां बनता गया।"