ये लोग समाज के कोरोना हैं, पहले इनका इलाज जरूरी है: जनता कर्फ्यू में सड़क पर उतरे लोगों पर मनीष सिसोदिया, देखें वीडियो
By अनुराग आनंद | Published: March 23, 2020 07:39 AM2020-03-23T07:39:43+5:302020-03-23T07:39:43+5:30
कोरोना वायरस पर प्रभावी नियंत्रण के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'जनता कर्फ्यू’ की अपील पर देशभर में रविवार को जबर्दस्त असर देखा गया था।
नई दिल्ली: रविवार को कोरोना वायरस के खिलाफ देश भर में जनता कर्फ्यू का पालन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर लोग घरों में बंद रहे और शाम के 5 बजे डॉक्टरों व चिकित्सा में लगे लोगों के सम्मान में अपने-अपने छतों से ताली व थाली बजाकर उनका हौसला अफजाई करने का प्रयास किया। लेकिन, इस दौरान देश के कई शहरों में लोग सड़क पर जमा होकर नारेबाजी करने लगे। एक तरह से कहें तो सड़क पर उतरकर जश्न मनाने लगे।
ऐसे ही एक वीडियो को ट्वीट के जरिए साझा करते हुए दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने लिखा कि ये लोग समाज के कोरोना हैं..कोरोना से पहले इस बीमारी का इलाज जरूरी है...नहीं तो मेडिकल स्टाफ व डॉक्टर्स की मेहनत बेकार चली जाएगी।
ये लोग समाज के कोरोना हैं... कोरोना से पहले इस बीमारी का इलाज ज़रूरी है....नहीं तो मेडिकल स्टाफ़ व डॉक्टर्स की सारी मेहनत बेकार चली जाएगी. https://t.co/RhWrNBJcqf
— Manish Sisodia (@msisodia) March 22, 2020
बता दें कि कोरोना वायरस पर प्रभावी नियंत्रण के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'जनता कर्फ्यू’ की अपील पर देशभर में रविवार को जबर्दस्त असर देखा गया था। इस दौरान सड़कों पर अभूतपूर्व सन्नाटा पसरा रहा और शाम पांच बजे लोगों ने अपने घरों की बाल्कनी और दहलीज पर थाली, शंख और ताली बजाकर संकट की इस घड़ी में राष्ट्रसेवा कर रहे लोगों के प्रति सम्मान जाहिर किया। इसके बाद रविवार शाम को पीएम मोदी ने लोगों को आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने लिखा कि ये अभी शुरुआती लड़ाई है।
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'आज का जनता कर्फ्यू भले ही रात 9 बजे खत्म हो जाएगा, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम सेलिब्रेशन शुरू कर दें। इसको सफलता न मानें। यह एक लम्बी लड़ाई की शुरुआत है। आज देशवासियों ने बता दिया कि हम सक्षम हैं, निर्णय कर लें तो बड़ी से बड़ी चुनौती को एक होकर हरा सकते हैं।'
पीएम मोदी ने आगे लिखा, 'केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी किए जा रहे निर्देशों का जरूर पालन करें। जिन जिलों और राज्यों में Lockdown की घोषणा हुई है, वहां घरों से बिल्कुल बाहर न निकलें। इसके अलावा बाकी हिस्सों में भी जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक घरों से बाहर न निकलें।'
रविवार को प्रधानमंत्री के ही आह्वान पर लोगों ने कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के बीच अपने फर्ज को अंजाम दे रहे चिकित्साकर्मियों, पुलिसकर्मियों, सैनिकों तथा आवश्यक सेवाओं से जुड़े अन्य लोगों के सम्मान में अपने घरों की बाल्कनी और दहलीज पर खड़े होकर थाली, शंख, घंटी और तालियां बजायीं।
केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी किए जा रहे निर्देशों का जरूर पालन करें। जिन जिलों और राज्यों में Lockdown की घोषणा हुई है, वहां घरों से बिल्कुल बाहर न निकलें। इसके अलावा बाकी हिस्सों में भी जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक घरों से बाहर न निकलें। #JantaCurfew
— Narendra Modi (@narendramodi) March 22, 2020
बता दें भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर लगभग 400 हो गयी है जबकि 7 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी बीच कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देश के 22 राज्यों के 75 जिलों को लॉकडाउन कर दिया गया है। कैबिनेट सचिव ने रविवार को राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ COVID-19 की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की है। इस बैठक में फैसला लिया है कि जिन 75 जिलों में कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं वहां 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन किया जाएगा।