हीरा व्यापारी की नौ साल की बेटी बनी साध्वी, जैन मुनि आचार्य विजय कीर्तियशसुरि की उपस्थिति में दीक्षा ली
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 18, 2023 10:36 PM2023-01-18T22:36:22+5:302023-01-18T22:37:11+5:30
धनेश और अमि सांघवी की दो बेटियों में से बड़ी बेटी देवांशी ने सूरत वेसु इलाके में जैन मुनि आचार्य विजय कीर्तियशसुरि की उपस्थिति में दीक्षा ली।
सूरतः गुजरात के एक धनी हीरा व्यापारी की नौ साल की बेटी ने भौतिक सुख-सुविधाओं का त्याग कर बुधवार को जैन साध्वी के तौर पर दीक्षा ली। परिवार के एक करीबी ने यह जानकारी दी।
#DevanshiSanghvi, the older of two sisters, participated in 367 diksha events leading to her transition into monkhood, a family friend said during Tuesday's celebration. "She's never watched TV and movies, or been to a restaurant."
— The Times Of India (@timesofindia) January 18, 2023
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उन्होंने बताया कि धनेश और अमि सांघवी की दो बेटियों में से बड़ी बेटी देवांशी ने सूरत वेसु इलाके में जैन मुनि आचार्य विजय कीर्तियशसुरि की उपस्थिति में दीक्षा ली। इस मौके पर सैकड़ों लोग मौजूद रहे। देवांशी के पिता सूरत में हीरा व्यापार करने वाली लगभग तीन दशक पुरानी कंपनी ‘संघवी एंड संस’ के मालिक हैं।
#Gujarat के #Surat के Diamond Business Family की 9 साल की बेटी ने सन्यास ले लिया | Multan Rajasthan के Sirohi जिले के मल गांव से ताल्लुक रखने वाली फैमिली की बेटी #Devanshi Dhanesh Sanghvi खेलने कूदने की उम्र में सन्यासी हो गई | #Indianpic.twitter.com/11ZinZxoVt
— Shekhar Upadhyay (@shekhar11216634) January 18, 2023
नाबालिग लड़की की ‘दीक्षा’ उसके तपस्वी जीवन में प्रवेश का प्रतीक है। समारोह पिछले शनिवार को शुरू हुआ था। पारिवारिक मित्र नीरव शाह ने कहा कि देवांशी का झुकाव बहुत कम उम्र से ही आध्यात्म की ओर था और उन्होंने अन्य मुनियों के साथ लगभग 700 किलोमीटर की पैदल यात्रा की थी। उन्होंने कहा कि देवांशी पांच भाषाएं जानती है।