सीएम रघुवर दास से निर्णायक बढ़त बनाते ही ट्विटर पर ट्रेंड में आए सरयू राय, सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कही ये बात
By पल्लवी कुमारी | Published: December 23, 2019 05:57 PM2019-12-23T17:57:43+5:302019-12-23T17:57:43+5:30
मुख्यमंत्री रघुवर दास को लगभग दस हजार मतों से पीछे छोड़ने के बाद भाजपा के शीर्ष विद्रोही नेता सरयू राय ने सोमवार को दो टूक कहा कि अब राज्य में रघुबर दास मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की ही सरकार बनने की संभावना है।
झारखंड विधानसभा चुनावों में सबसे बड़ा उलटफेर करते हुए नौ चरणों की गणना के बाद भाजपा के विद्रोही उम्मीदवार सरयू राय ने जमशेदपुर (पूर्व) सीट पर मुख्यमंत्री रघुवर दास को लगभग पांच हजार मतों से पीछे छोड़ दिया है। सरयू राय 10 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। सरयू राय के निर्णायक बढ़त के बाद ट्विटर पर हैशटैग #SaryRai ट्रेंड करने लगे हैं। इस ट्रेंड के साथ लोग कह रहे हैं कि सरयू राय ने तो खेल ही बदल दिया है। मुख्यमंत्री रघुवर दास को लगभग दस हजार मतों से पीछे छोड़ने के बाद भाजपा के शीर्ष विद्रोही नेता सरयू राय ने सोमवार को दो टूक कहा कि अब राज्य में रघुबर दास मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की ही सरकार बनने की संभावना है।
इस हैशटैग के साथ बीजेपी राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर लिखा, ऐसा लग रहा है कि जमशेदपुर पूर्वी सीट पर सरयू राय जीत की ओर बढ़ रहे हैं।
It looks like Saryu Rai is heading for victory in Jamshedpur East constituency
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 23, 2019
वैरीफाइड यूजर सुमित कश्यप ने ट्वीट कर लिखा, सरयू राय आज भले ही जीत गए हों, लेकिन वह रघुबर दास से कहीं अधिक सांप्रदायिक हैं। हम अक्सर लोगों के बारे में भूल जाते हैं और कांग्रेस-बीजेपी के खेल के प्रति उनका जुनून देखते हैं। रघुबर एक मजदूर यूनियन नेता थे, उन्होंने जनता पार्टी के साथ करियर की शुरुआत की थी। सरयू राय राज्य में आरएसएस के प्रमुख व्यक्ति हैं।
Saryu Rai may have won today, but he is far more communal than Raghubar Das.
— Sumit Kashyap (@sumitkashyapjha) December 23, 2019
We often forget about people and their record in our obsession with Cong-BJP game.
Raghubar was a labor union leader, started career with Janta Party.. Saryu Rai is among main person of RSS in state. https://t.co/uYCLoeyuaq
पत्रकार अखिलेश शर्मा ने लिखा, सरयू राय ने डूबो दिया रघुबर को। रघुबर दास कह रहे होंगे: हमें तो अपनों ने लूटा, ग़ैरों में कहाँ दम था; अपनी कश्ती वहाँ डूबी, जहाँ पानी कम था!!
सरयू ने डूबो दिया रघुबर को। रघुबर दास कह रहे होंगे:
— Akhilesh Sharma अखिलेश शर्मा (@akhileshsharma1) December 23, 2019
हमें तो अपनों ने लूटा, ग़ैरों में कहाँ दम था;
अपनी कश्ती वहाँ डूबी, जहाँ पानी कम था!!#JharkhandAssemblyPolls
पत्रकार निस्तुला हेब्बार ने लिखा, सरयू राय के साथ मेरी बातचीत को फिर से जोड़कर, जो रघुबर दास के ऊपर 6000 वोटों से आगे चल रहे हैं, सीएम जिनके मंत्रिमंडल में उन्होंने काम किया, जब तक वे बागी नहीं हो गए।
Well deserved win for Saryu Rai ji. Proves beyond doubt that people still honour the leaders of honesty and integrity. @dasraghubar@AmitShah@BJP4Indiahttps://t.co/P3a1TQjTxG
— Purneawala (@Purneawala3) December 23, 2019
झारखंड विधानसभा चुनावों में सबसे बड़ा उलटफेर करते हुए नौ चरणों की गणना के बाद भाजपा के विद्रोही उम्मीदवार सरयू राय ने जमशेदपुर (पूर्व) सीट पर मुख्यमंत्री रघुवर दास को लगभग पांच हजार मतों से पीछे छोड़ दिया है। सातवें चरण से पहले तक कुछ मतों से मुख्यमंत्री रघुबर दास ने बढ़त बना रखी थी। सातवें चरण में वह अपने ही मंत्रिमंडल के सहयोगी रहे और इस चुनाव में बतौर निर्दलीय उम्मीदवार उतरे सरयू राय से सात सौ से अधिक मतों से पिछड़ गये। नौवें चरण के बाद अब वह सरयू राय से पांच हजार मतों से ज्यादा पीछे हो गये हैं। झारखंड के पूर्व मंत्री सरयू राय ने जमशेदपुर (पूर्व) सीट से टिकट न मिलने पर रघुबर दास मंत्रिमंडल और फिर भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। राय ने 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर (पूर्व) सीट जीती थी।
झारखंड में 'महागठबंधन' की जीत
झारखंड में अभी भी वोटों की गिनती जारी है। हालांकि, ये लगभग साफ हो चला है कि बीजेपी की विदाई राज्य की सत्ता से से होने जा रही है। शाम 5 बजे तक के चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) 28 सीटों पर आगे है। वहीं, उसकी साझेदार कांग्रेस 14 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। आरजेडी एक सीट पर आगे है।
तीन पार्टियां कुल मिलाकर 43 सीट पर आगे हैं। 81 विधानसभा सीटों वाले झारखंड में बहुमत का आंकड़ा 41 है। दूसरी ओर अकेले लड़ रही बीजेपी 26 सीटों पर आगे है और दो सीट भी जीत चुकी है। वहीं, आजसू दो सीटों पर और जेविएम को तीन सीट पर बढ़त हासिल है।