Puri Ratna Bhandar Jagannath Temple: 46 साल बाद दूसरी बार खोला गया जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार, आखिर क्या है रहस्य, देखें वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 18, 2024 13:02 IST2024-07-18T13:00:44+5:302024-07-18T13:02:14+5:30
Puri Ratna Bhandar Jagannath Temple: पुरी स्थित 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर के प्रतिष्ठित खजाने ‘रत्न भंडार’ (कोषागार) को, उसके कीमती सामान को एक अस्थायी ‘स्ट्रांग रूम’ में स्थानांतरित करने के लिए बृहस्पतिवार को पुन: बार खोला गया।

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Puri Ratna Bhandar Jagannath Temple: ओडिशा के पुरी में 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर का खजाना रत्न भंडार 46 साल बाद दूसरी बार (गुरुवार, 18 जुलाई) खोला गया। इससे पहले, 46 साल बाद 14 जुलाई को रत्न भंडार खोला गया था। ओडिशा सरकार द्वारा गठित 11 सदस्यीय समिति के सदस्यों ने अपने प्रतिष्ठित खजाने को फिर से खोलने के लिए जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश किया। रत्न भंडार में सदियों से भक्तों और पूर्व राजाओं द्वारा दान किए गए सहोदर देवताओं जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र के बहुमूल्य आभूषण रखे हुए हैं। पुरी स्थित 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर के प्रतिष्ठित खजाने ‘रत्न भंडार’ (कोषागार) को, उसके कीमती सामान को एक अस्थायी ‘स्ट्रांग रूम’ में स्थानांतरित करने के लिए पुन: खोला गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
#Odisha: All the doors of the Ratna Bhandar, the treasure trove of the Lord Sri #JagannathTemple in the holy town of Puri, were opened.
— All India Radio News (@airnewsalerts) July 14, 2024
A special team opened the Ratna Bhandar, which had last been opened in 1985, while the inventory of its jewels and other valuables was last… pic.twitter.com/40FksgoEvf
Spiritual Fervour Peaks As Devotees Gather For ‘Suna Besha’ Ritual In Puri’s Jagannath Temple #TNSHORTS#JagannathTemple#Puripic.twitter.com/eE0Qtslvw7
— TIMES NOW (@TimesNow) July 18, 2024
The Ratna Bhandar, the revered treasury of the 12th-century Jagannath temple in Puri, was reopened on Thursday for the second time in a week for shifting of valuables to a temporary strong room, officials said.
— RTV (@RTVnewsnetwork) July 18, 2024
The treasury was reopened at 9.51 am, they said.
After offering… pic.twitter.com/aGC8WYyI94
उन्होंने बताया कि रत्न भंडार को सुबह नौ बजकर 51 मिनट पर पुनः खोला गया। यह एक सप्ताह में दूसरी बार है जब कोषागार को खोला गया है। भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहन... भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की पूजा-अर्चना करने के बाद, रत्न भंडार से कीमती सामान को दूसरी जगह रखने के लिए ओडिशा सरकार द्वारा गठित पर्यवेक्षण समिति के सदस्यों ने सुबह करीब नौ बजे मंदिर में प्रवेश किया।
#WATCH | Puri, Odisha: Devotees throng the Jagannath Temple for the 'Suna Besha' ritual of Lord Jagannath and his siblings Balabhadra and Subhadra. pic.twitter.com/BMeRaj8c0d
— ANI (@ANI) July 17, 2024
मंदिर में प्रवेश करने से पहले संवाददाताओं से बात करते हुए पर्यवेक्षण समिति के अध्यक्ष एवं उड़ीसा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति विश्वनाथ रथ ने कहा, ‘‘हमने भगवान जगन्नाथ से कोषागार के आंतरिक कक्ष में रखे सभी कीमती सामान को स्थानांतरित करने के लिए आशीर्वाद मांगा।’’ उस दिन कोषागार के बाहरी कक्ष से आभूषण और कीमती सामान को ‘स्ट्रांग रूम’ में स्थानाांतरित किया गया था।
More than four-and-a-half decades after the #RatnaBhandar, the treasury of #Puri’s Jagannath Temple, was last opened, a 16-member committee headed by a retired high court judge and doctors will be on standby as its doors are opened for the first time since 1978.
— Hindustan Times (@htTweets) July 14, 2024
More details… pic.twitter.com/xeKMNBQL8c
Puri, #Odisha: Chairman of Inspection Committee for the Ratna Bhandar of Shri Jagannath Temple, Justice Biswanath Rath says, "We had already crossed the first leg in part-shifting of the outer bhandar jewellery and other articles. Now we have also taken a decision to open the… pic.twitter.com/2TwLcvbIGQ
— DD News (@DDNewslive) July 18, 2024
न्यायमूर्ति रथ ने पुरी के राजा एवं गजपति महाराजा दिव्य सिंह देव से भी अनुरोध किया कि वे रत्न भंडार में उपस्थित रहें और वहां से कीमती सामान को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया की निगरानी करें। पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने कहा, ‘‘केवल अधिकृत लोगों को पारंपरिक पोशाक के साथ कोषागार में प्रवेश करने की अनुमति है।
Puri Shri Jagannath Temple...July 18 morning pic.twitter.com/FaB5xcxe0h
— Soumyajit Pattnaik (@soumyajitt) July 18, 2024
यदि कीमती सामानों को स्थानांतरित करने का काम आज पूरा नहीं होता है तो मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार यह आगे जारी रहेगा। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जा रही है।’’ मंदिर प्रशासन ने बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे से मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘कीमती सामान को स्थानांतरित करने के दौरान केवल अधिकृत लोगों और कुछ सेवकों को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी गई है।’’