निर्भया के चार दोषियों को फांसी के बाद ट्विटरवासी हुए गदगद, टॉप में ट्रेंड करने लगे ये हैशटैग

By रामदीप मिश्रा | Published: March 20, 2020 10:55 AM2020-03-20T10:55:59+5:302020-03-20T10:56:53+5:30

Nirbhaya Case: निर्भया के दोषियों को फांसी लगने के साथ ही देश को झकझोर देने वाले, यौन उत्पीड़न के इस भयानक अध्याय का अंत हो गया। मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को सुबह साढ़े पांच बजे फांसी के फंदे पर लटकाया गया। 

Nirbhaya's convicts hanged, Twitter users did something to celebrate justice, these six hashtags joined the top trend | निर्भया के चार दोषियों को फांसी के बाद ट्विटरवासी हुए गदगद, टॉप में ट्रेंड करने लगे ये हैशटैग

निर्भया के चारों दोषियों को फांसी। (फाइल फोटो)

दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को एक चलती बस में निर्भया के साथ गैंगरेप किया गया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। उसके दरिंदों को आज सुबह साढ़े पांच बजे फांसी पर चढ़ा दिया गया है, जिसके बाद लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। ट्विटर पर लोगों ने निर्भया को न्याय मिलने को लेकर अलग-अलग तरह से खुशी जाहिर की, जिसके बाद ट्विटर पर कई हैशटैग देखते ही देखते टॉप ट्रेंड में आ गए। इनमें #NirbhayaVerdict #nirbhayacase #nirbhayajustice #nirbhayanyayadivas #tihar #NirbhayaCaseConvicts शामिल हैं। 







बता दें कि निर्भया के दोषियों को फांसी लगने के साथ ही देश को झकझोर देने वाले, यौन उत्पीड़न के इस भयानक अध्याय का अंत हो गया। मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को सुबह साढ़े पांच बजे फांसी के फंदे पर लटकाया गया। 

इस मामले की 23 वर्षीय पीड़िता को 'निर्भया' नाम दिया गया था जो फिजियोथैरेपी की छात्रा थी। जेल अधिकारियों ने बताया कि चारों दोषियों के शव करीब आधे घंटे तक फंदे पर झूलते रहे जो जेल नियमावली के अनुसार फांसी के बाद की अनिवार्य प्रक्रिया है। दक्षिण एशिया के सबसे बड़े जेल परिसर तिहाड़ जेल में पहली बार चार दोषियों को एक साथ फांसी दी गई। इस जेल में 16,000 से अधिक कैदी हैं। चारों दोषियों ने फांसी से बचने के लिए अपने सभी कानूनी विकल्पों का पूरा इस्तेमाल किया।

चलती बस में निर्भया के साथ छह व्यक्तियों ने सामूहिक बलात्कार करने के बाद उसे बुरी तरह पीटा, घायल कर दिया और सर्दी की रात में चलती बस से नीचे सड़क पर फेंक दिया था। 16 दिसंबर 2012 को हुई इस घटना ने पूरे देश की आत्मा को झकझोर दिया था और निर्भया के लिए न्याय की मांग करते हुए लोग सड़कों पर उतर आए थे। करीब एक पखवाड़े तक जिंदगी के लिए जूझने के बाद अंतत: सिंगापुर के अस्पताल में निर्भया ने दम तोड़ दिया था। 

इस मामले में मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह सहित छह व्यक्ति आरोपी बनाए गए। इनमें से एक नाबालिग था। मामले के एक आरोपी राम सिंह ने सुनवाई शुरू होने के बाद तिहाड़ जेल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। नाबालिग को सुनवाई के बाद दोषी ठहराया गया और उसे सुधार गृह भेज दिया गया। तीन साल तक सुधाार गृह में रहने के बाद उसे 2015 में रिहा कर दिया गया।

Web Title: Nirbhaya's convicts hanged, Twitter users did something to celebrate justice, these six hashtags joined the top trend

ज़रा हटके से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे