प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार (22 दिसंबर) को विपक्ष पर ‘‘बांटो और राज करो’’ के आधार पर लोगों के बीच डर फैलाने और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। दिल्ली के रामलीला मैदान में अपने इसी भाषण में पीएम मोदी ने 'नागरिकता' नाम की बच्ची का भी जिक्र किया था। जिसके बाद 'नागरिकता' नाम की बच्ची ट्विटर पर ट्रेंड होने लगी। ट्विटर पर हर कोई जानना चाहता है कि आखिर ये 'नागरिकता' नाम की बच्ची कौन है?
'नागरिकता' नाम की बच्ची का जन्म दिल्ली के मजनूं का टीला इलाके में हुआ है। बच्ची अभी फिलहाल 11 दिनों की है। बच्ची का नाम नागरिक संशोधन कानून के नाम पर 'नागरिकता' रखा गया है। ये बच्ची दरअसल, हिंदू शरणार्थी परिवार में जन्मी है। इस बच्ची का नाम इसके माता-पिता ने इसलिए नागरिक संशोधन कानून के संसद में पारित होने की खुशी में 'नागरिकता' रख दिया था। इस परिवार में 9 दिसंबर को ही दो बेटियों का जन्म हुआ था।
मजनूं का टीला में 2013 से ही 135 से अधिक परिवारों में 800 से अधिक लोग रहते हैं। शरणार्थी के रूप में जीवन गुजार रहे इन लोगों के पास कोई नियमित रोजगार भी नहीं है।
पीएम मोदी द्वारा बच्ची का नाम लेने पर उसके माता-पिता बेहद खुश हैं। उनके माता-पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि हमारी बच्ची का नाम पीएम मोदी ने लिया है। हमारे तो भाग्य खुल गए हैं।
पीएम मोदी ने (22 दिसंबर) को दिल्ली के रामलीला मैदान में भाषण देते हुए कहा था कि सीएए से जब 'नागरिकता' बच्ची की जिंदगी आसान हो गई है तो शरारती तत्वों को बुरा क्यों लग रहा है।
ट्विटर पर भी कई लोगों ने 'नागरिकता' नाम की बच्ची का उसके माता-पिता के साथ तस्वीरें पोस्ट की हैं। देखें प्रतिक्रिया
व्यापक प्रदर्शन के बीच इस विषय से जुड़ी चिंताओं को दूर करने की कोशिश करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इस कानून का और ‘एनआरसी’ का भारतीय मुसलमानों से कोई लेना देना नहीं है। इस संशोधित नागरिकता कानून का पुरजोर बचाव करते हुए प्रधानमंत्री ने यहां रामलीला मैदान में एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यह कानून पड़ोसी देशों (पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश) में धार्मिक आधार पर प्रताड़ित हुए अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने के लिए है तथा यह किसी व्यक्ति के अधिकारों को नहीं छीनेगा। उन्होंने लोगों से शांति की अपील भी की।