वैज्ञानिकों का खुलासा, पूर्णिमा की रात बाइक चलाना हो सकता है खतरनाक
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 14, 2017 06:18 PM2017-12-14T18:18:25+5:302017-12-14T18:20:25+5:30
रिसर्च में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक 1482 रातों में कुल 1329 लोगों का बाइक से एक्सीडेंट हुआ है। जिसमें से 494 एक्सीडेंट पूर्णिमा की रात को हुआ है।
अगर आप भी रात में बाइक राइड करने के शौकिन हैं तो जरा संभंल जाएं। जी हां, बाइकर्स यह खबर जरा गौर से पढ़ें। एक ताजा रिसर्च में सामने आया है कि पूर्णिमा की रात या ठीक उसके एक रात पर पहले या उसके बाद तक बाइक हादसे का खतरा सबसे ज्यादा होता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि पूर्णिमा की रात बाइकर्स का ध्यान भटक जाता है और जिससे दुर्घटना होने की संभावना और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
यह रिसर्च कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ टॉरंटो और अमेरिका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में हुई है। जिसमें कहा गया है कि पूरे चांद वाली रात, जिसे हम पूर्णिमा भी कहते हैं, इसमें सड़क हादसे ज्यादा होते हैं। रिसर्च में शोधकर्ताओं ने पूर्णिमा की रात होने वाले सड़क हादसों की गिनती भी की है। साथ ही इस समय होने वाली हादसों की तुलना पूर्ण चंद्र से एक हफ्ते पहले और एक हफ्ते बाद वाली रातों में भी हुए सड़क हादसों से की है। ये आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं।
रिसर्च में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक 1482 रातों में कुल 1329 लोगों का बाइक से एक्सीडेंट हुआ है। जिसमें से 494 एक्सीडेंट पूर्णिमा की रात को हुआ है। वहीं 988 रातें सामान्य थीं। कुल मिलाकर साल 1975 से 2014 के बीच पूरे चांद की 494 रातों में 4494 सड़क दुर्घटनाएं हुईं।
वहीं इस रिसर्च में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि कार चलाने वालों के मुताबिक बाइकर्स सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं के शिकार होते हैं और उसमें भी यह दुर्घटनाएं अधिकांश मामलों में बाइक चलाते वक्त ध्यान भटकने की वजह से होती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पूरे चांद वाली रात में रौशनी ज्यादा होती है, जो दिन के उजाले से काफी अलग होती है, चांद की चमक बाइकर्स का ध्यान भटकाती है।