किम जोंग की ट्रेन ने रशिया में किया रेड कार्पेट मिस, मजेदार वीडियो हो रहा वायरल
By नियति शर्मा | Published: April 25, 2019 06:20 PM2019-04-25T18:20:02+5:302019-04-25T18:22:30+5:30
किम जोंग की हथियारबंद ट्रेन की गलत पार्किंग रशिया के व्लादिवोस्तोक में नाटकीय आगमन की उनकी एक झलक थी लेकिन यह ट्वीटर यूजर्स के लिए मजे लेने के लिए पर्याप्त चारा था।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के सहयोगी गुरूवार (25 अप्रैल) को रूस के प्लेटफार्म पर पहुंचे तो परेशान हो गये। उनकी ट्रेन के दरवाजे रेड कार्पेट पर नहीं खुले। किम जोंग के सहयोगियों ने रैंप लगाने के लिए दांए देखा फिर बांये, जब डिब्बे का दरवाजा रेड कार्पेट के सामने नहीं खुला तो ट्रेन को पीछे ले जाया गया और कार्पेट को दरवाजे के सामने लाया गया। इसके बाद दरवाजा खुला और काले ओवरकोट पर फेडोरा टोपी पहने किंम जोंग ने बाहर कदम रखा।
#DPRK#Kim’s train pulls up to the station in #Russia and misses the red carpet, confusing the men waiting greatly pic.twitter.com/WM3zSfOzsl
— Strategic Sentinel (@StratSentinel) April 24, 2019
किम जोंग की हथियारबंद ट्रेन की गलत पार्किंग रशिया के व्लादिवोस्तोक में नाटकीय आगमन की उनकी एक झलक थी लेकिन यह ट्वीटर यूजर्स के लिए मजे लेने के लिए पर्याप्त चारा था।
The ego... pic.twitter.com/dFH4CzwQ2b
— weststyle86 (@ADWEST86) April 24, 2019
not so afraid of their nukes now
— Alex Carter (@alex_acarter14) April 24, 2019
कई लोगों ने किम जोंग की तानाशाही पर बहुत गहरे कटाक्ष भी किये है।
Someone will spend Summer Camp in Siberia
— Ramon Cardona (@RamonCardona20) April 24, 2019
किम जोंग गुरुवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मिलेने आये थे। दोनों नेताओं ने व्लादिवोस्तोक के एक द्वीप पर बात की। पुतिन के साथ किम जोंग की यह मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुए मीटिंग के करीब दो महीने बाद थी।
बता दें कि अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच दशको पुराने परमाणु विवाद के कारण नहीं बन रही है। हालांकि, ट्रंप और किम जोंग आपसी तनाव किनारे रखे मुलाकात कर चुके हैं लेकिन नतीजा नहीं निकला।
माना जा रहा है कि अब उत्तरी कोरिया अमेरिका को साधने के लिए विश्व के दूसरे सबसे ताकतवर देश रूस को अपने पाले में लाने की कोशिश में जुटा है। कहा जा रहा है कि पुतिन से किम जोंग की मुलाकात उत्तरी कोरिया की अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचाएगी। वहीं, ऐसा भी माना जा रहा है कि रूस के लिए यह सम्मेलन विश्व स्तर पर उसकी कूटनीतिक क्षमता दिखाने के लिए बढ़िया मौका है।