इस गांव में चलते-चलते ही सो जाते हैं लोग
By मेघना वर्मा | Published: May 23, 2019 03:43 PM2019-05-23T15:43:33+5:302019-05-23T15:43:33+5:30
जब वैज्ञानिकों ने इस गांव पर रिसर्च किया तो पता चला कि इस गांव में कार्बन मोनो ऑक्साइड और हाइड्रो कार्बन की मात्रा काफी ज्यादा है। इस वजह से यहां के लोगों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिली पाती।
स्लीप यानी सोना किसे पसंद नहीं होता। पूरा दिन काम से थक कर बिस्तर की आगोश में सोना सबसे आरामदायक चीज होती है। कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो इतने थक जाते हैं जो बैठे-बैठे सो जाते हैं मगर क्या आने कभी ऐसे गांव के बारे में सुना है जहां लोग चलते-चलते ही लोगों को नींद लग जाती है। कजाकिस्तान के एक छोटे से गांव कलाची में जाने वालों का अनुभव कुछ यही कहता है।
खबरों की मानें तो इस गांव के लोग एक गंभीर समस्या से पीड़ित हैं। यही कारण है कि इस गांव के लोग कहीं भी और कभी भी सो जाते हैं। इस गांव की आबादी कुल 810 है जिसमें से 200 से ज्यादा लोग इस बीमारी के शिकार हैं। बताया तो ये भी जाता है कि इसी गांव के एक व्यक्ति की सोते-सोते ही मौत हो गई।
हाइड्रो कार्बन की मात्रा है ज्यादा
जब वैज्ञानिकों ने इस गांव पर रिसर्च किया तो पता चला कि इस गांव में कार्बन मोनो ऑक्साइड और हाइड्रो कार्बन की मात्रा काफी ज्यादा है। इस वजह से यहां के लोगों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिली पाती। मगर वैज्ञानिकों की इस खोज को इस लिए भी गलत ठहराया जा रहा है कि अगर ऐसा होता तो पूरे गांव के लोगों को नींद की ये समस्या होती। मगर ऐसा कुछ भई नहीं है।
नहीं हो पाया है अब तक खुलासा
इस अनोखे गांव में इस अजीबो-गरीब बीमारी की कोई वजह अभी तक सामने नहीं आई है। डॉक्टर्स और साइंटिस्ट अभी तक नींद आने का सटीक तीका नहीं खोज पाएं हैं। मगर इसे दुनिया का सबसे अनोखा गांव कहा जाता है। जहां लोगों को नींद आने की बिमारी है।