नागरिकता बिल के विरोध में IPS अब्दुर रहमान ने दिया इस्तीफा, समर्थन में खड़े हुए लोग बोले- क्या यह सविनय अवज्ञा की शुरुआत है?
By पल्लवी कुमारी | Published: December 12, 2019 09:37 AM2019-12-12T09:37:34+5:302019-12-12T09:37:34+5:30
अब्दुर रहमान ने कहा, "यह विधेयक भारत के धार्मिक बहुलवाद के खिलाफ है। मैं सभी न्यायप्रिय लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे लोकतांत्रिक तरीके से विधेयक का विरोध करें। यह संविधान की मूल भावना के विरुद्ध है।"
महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस अधिकारी अब्दुर रहमान ने नागरिकता संशोधन बिल पास होने के विरोध में नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। आईपीएस अधिकारी अब्दुर रहमान का कहना है कि "सांप्रदायिक और असंवैधानिक" नागरिकता (संशोधन) विधेयक" के खिलाफ विरोध दर्ज कराते हुए उन्होंने इस्तीफा दिया है। मुंबई में विशेष पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) के रूप में तैनात अब्दुर रहमान ने बयान जारी कर कहा कि वह गुरुवार से कार्यालय नहीं जाएंगे। अब्दुर रहमान के इस्तीफा देने के बाद ट्विटर पर #IStandWithAbdurRahmanIPS ट्रेंड कर रहा है। इस ट्रेंड के साथ लोगों का कहना है कि वह आईपीएस अब्दुर रहमान के साथ खड़े हैं और उनको समर्थन देते हैं।
वहीं कुछ यूजर ने कहा है कि क्या यह सविनय अवज्ञा की शरुआत है। तो वहीं कुछ लोगों ने लिखा है कि ये गांधी का वक्त आ गया है। वहीं कुछ लोगों ने कहा है कि #IStandWithAbdurRahmanIPS के साथ ट्वीट व ट्रेंड अवश्य करें। कुछ लोगों का कहना है कि नागरिकता संशोधन बिल पर वह हमारे साथ खड़े थे तो क्या हमें भी उनके साथ खड़े नहीं होना चाहिए। बता दें कि 1930 में स्वतंत्रता पाने के लिए महात्मा गांधी के नेतृत्व में सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत की गई है, जिसकी शुरुआत प्रसिद्ध दांडी मार्च से हुई थी।
साथियों, हमें समझना चाहिए कि भाजपा ताक़तवर नहीं हुई है, बल्कि कांग्रेस पार्टी को कमज़ोर किया गया है।दो तरह की वोट कटुआ पार्टीयाँ RSS की एजेंट है:-
— Yash Meghwal (@YashMeghwal) December 12, 2019
१.जाति विशेष की पार्टीयाँ।
२.धर्म विशेष की पार्टीयाँ।
अतः इनको वोट देने का मतलब मनुवाद को मज़बूत करना होगा।#IStandWithAbdurRahmanIPS
जो मुस्लिम CAB,NRC का समर्थन कर रहें है वाक़ई उनकी नागरिकता पर कोई असर नही पड़ेंगा
— Zubair Khan زبیر خان (@AndaazeBayan) December 12, 2019
क्यों कि इनको डर मुसलमानो से है मुनाफ़िक़ों से नही#IStandWithAbdurRahmanIPS
जब इतिहास लिखा जाएगा तो आपका नाम स्वर्ण अक्षरों में रहेगा
— @Rahul kumar Jha (@rahuljha1521) December 12, 2019
जब लोकतंत्र की बीजेपी सरकार हत्या कर रही थी देश को बांट रही थी तो एक महान आईपीएस ने इस्तीफा देकर लोकतंत्र को बचाने में अपना सफल प्रयास किया #IStandWithAbdurRahmanIPS
गौरतलब है कि राज्यसभा ने बुधवार (11 दिसंबर) को नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी। इससे पहले विधेयक को सोमवार को लोकसभा की मंजूरी मिल चुकी थी। अब्दुर रहमान ने कहा, "यह विधेयक भारत के धार्मिक बहुलवाद के खिलाफ है। मैं सभी न्यायप्रिय लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे लोकतांत्रिक तरीके से विधेयक का विरोध करें। यह संविधान की मूल भावना के विरुद्ध है।"
अब्दुर रहमान ने ट्वीट कर क्या लिखा
अब्दुर रहमान ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया, 'नागरिकता संशोधन बिल संविधान के मूल ढांचा के खिलाफ है। मैं इस बिल की मुखालफत करता हूं। मैंने सविनय अवज्ञा में कल से ऑफिस नहीं जाने का फैसला किया है। आखिरकार मैं अपनी सेवा से इस्तीफा दे रहा हूं।' अब्दुर रहमान ने अपने ट्वीट के साथ एक इस्तीफा भी पोस्ट किया था।
The #CitizenshipAmendmentBill2019 is against the basic feature of the Constitution. I condemn this Bill. In civil disobedience I have decided not attend office from tomorrow. I am finally quitting the service.@ndtvindia@IndianExpress#CitizenshipAmendmentBill2019pic.twitter.com/Z2EtRAcJp4
— Abdur Rahman (@AbdurRahman_IPS) December 11, 2019
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'मैंने वीआरएस के लिए एक अगस्त 2019 को आवेदन किया था। इसके बाद 25 अक्टूबर 2019 को राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को मेरे वीआरएस की सिफारिश भेजी थी, लेकिन गृह मंत्रालय ने स्वीकार नहीं किया।'
This Bill is against the religious pluralism of India. I request all justice loving people to oppose the bill in a democratic manner. It runs against the very basic feature of the Constitution. @ndtvindia@IndianExpress#CitizenshipAmendmentBill2019pic.twitter.com/1ljyxp585B
— Abdur Rahman (@AbdurRahman_IPS) December 11, 2019