एक ऐसा चिड़ियाघर जहां जानवर नहीं इंसानों को रखा जाता है कैद
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 16, 2017 05:58 PM2017-12-16T17:58:00+5:302017-12-17T08:51:28+5:30
जानवरों के बदले इंसानों को यूरोप के चिड़ियाघर में रखते थे।
अभी तक आपने चिड़ियाघर में सिर्फ जानवरों को ही देखा होगा लेकिन क्या आपने चिड़ि़याघर में इंसानो को भी देखा है। बात चौंकाने वाली है जानवरों के बदले इंसानों को यूरोप के चिड़ियाघर में रखते थे। वैसे तो चिड़ियाघर को हम पशु और पक्षियों के लिए जानते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि 19वीं सदी में यूरोप के चिड़ियाघरों में जानवरों के बजाय इंसानों को बन्दी बनाकर प्रर्दशनी के लिए रखा जाता था।
यूरोप में ऐसे मानव चिड़ियाघर बहुत सारे जगहों पर खोले गए थे जहाँ अमीरों के मनोंरजन के लिए आदिवासी लोगों को पिंजरे में कैद कर प्रर्दशन के लिए रखा जाता था उन्हें नाचना और गाना पड़ता था।
यही नहीं महिलाओं को भी बिना कपड़ो के खड़ा किया जाता था। बहुत से चिड़ियाघरों में उन्हें जानवरों के साथ रखा जाता था। ऐसे चिड़ियाघर फ्रांस से लेकर बेल्जियम तक मौजूद थे। इसके बाद ऐसे चिड़ियाघरों कि आलोचना होने लगी जिसके बाद एक नया सवेरा हुआ और फिर आदिवासियों को ऐसी प्रताड़ना से मुक्ति मिली। बाद में ऐसे चिड़ियाघरों को बन्द कर दिया गया।