Harsh Mander Viral Video: हर्ष मंदर के भाषण को बीजेपी ने बताया हेट स्पीच, BJP आईटी सेल प्रमुख ने शेयर किया वीडियो, जानें इस विवाद का पूरा सच
By निखिल वर्मा | Updated: March 4, 2020 14:55 IST2020-03-04T14:50:08+5:302020-03-04T14:55:32+5:30
Harsh Mander Viral Video: सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर का एक वीडियो बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने शेयर किया है. हर्ष मंदर ने बीजेपी नेताओं के भड़काऊ भाषण के मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर FIR दर्ज करने की मांग की है. सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को हर्ष मंदर की याचिका पर तत्काल सुनवाई से इंकार किया है और दिल्ली हाईकोर्ट को सुनवाई का आदेश दिया है. वहीं केंद्र सरकार ने हर्ष मंदर के खिलाफ हेट स्पीच के आरोपों को सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में लाया है।

हर्ष मंदर ने जामिया में चल रहे नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ 16 दिसंबर 2019 को भाषण दिया था (ट्विटर स्क्रीनशॉट)
सुप्रीम कोर्ट में बीजेपी नेताओं के खिलाफ हेट स्पीच मामले में याचिका दायर करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर खुद विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा के अलावा बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने हर्ष मंदर पर हेट स्पीच देने का आरोप लगाया है और ट्विटर पर 55 सेकेंड का वीडियो शेयर किया है। इसमें हर्ष मंदर कहते दिख रहे हैं कि फैसला संसद और सुप्रीम कोर्ट की जगह सड़कों पर होगा। अभी तक इस वीडियो को हजारों लोग शेयर कर चुके हैं।
अब फ़ैसला संसद या SC में नहीं होगा। SC ने अयोध्या और कश्मीर के मामले में secularism की रक्षा नहीं की। इसलिए फ़ैसला अब सड़कों पर होगा।
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 4, 2020
This man Harsh Mander, who wrote the draconian CVB, is in HC to get FIRs against people for hate speech... And a judge gave him midnight hearing! pic.twitter.com/zrXYyBxfE3
सुप्रीम कोर्ट में भी आज केंद्र सरकार ने हर्ष मंदर के वीडियो को संज्ञान में लाया है। सुप्रीम कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मंदर के भाषण का हवाला दिया है, शीर्ष कोर्ट ने लॉ ऑफिसर (विधि अधिकारी) से याचिका दायर करने को कहा है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग वाली 10 हिंसा पीड़ितों की याचिका को दिल्ली हाईकोर्ट के पास भेजा है।
वायरल वीडियो में क्या कह रहे हैं हर्ष मंदर
ये वीडियो सबसे पहले ट्विटर पर @JammuKashmirNow ने अपने ट्विटर हैंडल से डाला है। 55 सेकेंड के इस वायरल वीडियो में हर्ष मंदर कहते दिख रहे हैं, ये लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में भी नहीं जीती जाएगी। क्योंकि हमने सुप्रीम कोर्ट को देखा है, एनआरसी के मामले में, अयोध्या के मामले में, कश्मीर के मामले में, सुप्रीम कोर्ट ने इंसानियत, समानता और सेक्युरलिज्म की रक्षा नहीं की है। वहां हम कोशिश जरूर करेंगे, हमारा सुप्रीम कोर्ट हैं लेकिन फैसला ना संसद ना सुप्रीम कोर्ट में होगा। इस देश का क्या भविष्य होगा, आप लोग सब नौजवान है, आप अपने बच्चों को किस तरह का देश देना चाहते हैं, ये फैसला कहां होगा। एक सड़कों पर होगा, और हम सब सड़कों पर निकले हैं...
#Exposed Here is Ultra-Left Activist Harsh Mandar instigating Anti-CAA Protesters and spewing venom against Supreme Court of India, clearly asking protesters not to believe in highest institution of judiciary. pic.twitter.com/nxRmkIxiav
— Jammu-Kashmir Now (@JammuKashmirNow) March 3, 2020
जानें हर्ष मंदर ने आगे क्या कहा
ट्विटर पर वारयल वीडियो में आगे का हिस्सा काट दिया गया है। यूट्यूब पर Karwan e Mohabbat ने हर्ष मंदर का वीडियो 16 दिसंबर 2019 को डाला है। इस वीडियो में हर्ष मंदर आगे कहते हैं, "... हम सब सड़कों पर निकले हैं, लेकिन सड़कों से बढ़कर एक और जगह इसका फैसला होगा। कौन सी जगह में इस लड़ाई का फैसला सबसे ज्यादा होगा। वे हैं अपने दिलों में। मेरे दिल में, आपके दिल में। अगर वो नफरत भरना चाहते हैं तो हम अगर उसका जवाब अगर नफरत से ही देंगे तो नफरत ही गहरा होगा। अगर देश में कोई अंधेरा कर रहा है तो हमलोग कहेंगे और अंधेरा करने के लिए तो अंधेरा और गहरा होगा। अगर अंधेरा है तो उसका सामना सिर्फ चिराग जलाने से होगा। आंधी में हम अपना चिराग जलाएंगे। उसी ये अंधेरा खत्म होगा। उनकी नफरत का हमारा पास एक ही जवाब है वो है मोहब्बत। वो हिंसा करेंगे और हमे हिंसा के लिए भड़काएंगे, हम हिंसा कभी ना करें। आप जरूर समझिए, ये उनकी साजिश है वो आपको हिंसा के लिए भड़काएंगे, हम भड़केंगे, हम दो प्रतिशत हिंसा करेंगे और वो 100 प्रतिशत जवाब देंगे। गांधी जी से हमने ये सीखा है हिंसा और नफरत का जवाब, सबसे ज्यादा हमें अहिंसा से लड़ना है। इसके बाद हर्ष मंदर ने मौजूद लोगों ने नारा लगवाया, संविधान जिंदाबाद, मोहब्बत जिंदाबाद। इसके लोगों वहां जन-मन-गण गाते हुए सुनाई दे रहे हैं।"