गूगल को इंटरव्यू देकर नौकरी पाने वाला शख्स इस शहर के मकान मालिकों द्वारा लिए गए Interview में हो गया फेल, जानें पूरा मामला
By आजाद खान | Published: March 25, 2023 04:07 PM2023-03-25T16:07:31+5:302023-03-25T16:32:38+5:30
अपनी आपबीती बताते हुए गूगल कर्मचारी ने कहा है कि 'मैं अपने पहले किरायेदारी इंटरव्यू में फेल हो गया। उस वक्त मुझे महसूस हुआ कि यह इंटरव्यू गूगल के इंटरव्यू से ज्यादा मुश्किल है।'
बेंगलुरु: गूगल के एक कर्मचारी ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट शेयर कर यह बताया कि बेंगलुरु में घर किराए पर लेने के लिए मकान मालिक द्वारा लिया गया इंटरव्यू गूगल के इंटरव्यू से भी मुश्किल है और वह इसमें फेल हो गया है। कर्मचारी ने एक पोस्ट के जरिए अपनी पूरी कहानी बताने की कोशिश की है कि कैसे वह कई इंटरव्यू को फेल करने के बाद अंत में वह पास होता है और उसे बेंगलुरु में एक घर किराया पर मिलता है।
आमतौर पर किसी के लिए किसी अंजान शहर में कोई घर किराए पर ढूंढ़ना काफी मुश्किल काम है, लेकिन यह परेशानी तब और बढ़ जाती है जब कोई भारत के आईटी हब बेंगलुरु में शिफ्ट हो रहा हो। ऐसा इसलिए क्योकि बेंगलुरु में किराए वाले रूम के काफी डिमांड है, इस कारण मकान मालिक भी किसी को किराया देने से पहले उनके बारे में अच्छे से जान लेते है, कई बाग उनका इंटरव्यू भी लेते है और पास होने पर भी घर रेंट पर मिलता है।
क्या है पूरा मामला
जॉब सोशल मीडिया साइट लिंक्डइन पर खुद को गूगल का कर्मचारी बताने वाला रिपुदमन भदौरिया ने लिखा है कि उसने नौकरी पाने के लिए गूगल का इंटरव्यू पास कर लिया लेकिन घर किराने पर पाने के लिए वह मकान मालिक द्वारा लिए गए इंटरव्यू में फेल हो गया और उसे घर नहीं मिला। भदौरिया ने बताया कि उसके साथ बहुत बार हुआ है और किसी जॉब को क्रैक करने की वह मकान मालिक के भी ना करने की वजह को तलाश करने में जुट गया था।
भदौरिया ने बताया कि जब भी कोई मकान मालिक उसे घर देने से इंकार कर देता था वह उससे बात करता था और सवाल पूछता था कि आखिर उसने भदौरिया को घर किराए पर क्यों नहीं दिया। ऐसे में भदौरिया ने बताया कि वह इन मकान मालिकों के फिडबैक और बार-बार कोशिशों के बाद वह एक इंटरव्यू निकाल लिया और अंत में उसे घर मिल गया।
मुझे नहीं पता था कि गूगल में काम करना इतना हानिकारक हो जाएगा-भदौरिया
बेंगलुरु में किराए पर घर पाने के लिए अपने कोशिशों पर बोलते हुए भदौरिया ने पोस्ट में आगे लिखा कि 'हर बार फेल होने पर मैं आत्मनिरीक्षण और सुधार करने की कोशिश करता हूं। मैंने सीधे मकान मालिक से अपने इंटरव्यू की परफॉर्मेंस पर रिएक्शन मांगा और अगर उनको कुछ गलत लगा हो तो वरना इस मामले में एचआर कभी भी इंटरव्यू के नतीजों के बारे में नहीं बताते।'
यही नहीं वह जब भी नए घर के लिए वह कभी इंटरव्यू पर जाता था तो उसने उसकी तैयारी के बारे में शेयर किया है और कहा है कि 'मकानमालिक ने भी पारदर्शी फीडबैक मेरे साथ साझा किया क्योंकि उनका मानना था कि कि मैं नया घर खरीद लूंगा क्योंकि मैं गूगल में काम करता हूं। मुझे नहीं पता था कि गूगल में काम करना इतना हानिकारक हो जाएगा।' अंत में भदौरिया ने बताया कि काफी जद्दोजहद करने के बाद उसे एक घर किराए पर मिला है और अब वह उसी में रह रहा है।