दिल्ली हिंसा: मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया, सेना को बुलाया जाना चाहिए, यूजर्स बोले-मीटिंग में ना बोल सके...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 26, 2020 12:24 PM2020-02-26T12:24:25+5:302020-02-26T12:24:25+5:30
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार (26 फरवरी) को दिल्ली के हालात पर चिंता जताई और सेना बुलाने की मांग की है.
दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के मुद्दे पर भड़की हिंसा में अब तक 20 लोगों की मौत हो गई है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 25 फरवरी को एक महीने के लिए धारा-144 लागू कर दी गई है। दिल्ली में हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। आज बुधवार को (26 फरवरी) को मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली के हालात पर फिर चिंता जताई है। उन्होंने सेना बुलाने की मांग की है।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, मैं पूरी रात लोगों के संपर्क में रहा। स्थिति चिंताजनक है। सभी प्रयासों के बावजूद पुलिस स्थिति को संभालने में और विश्वास बढ़ाने में असफल रही। सेना को तुरंत बुलाया जाना चाहिए और बाकी प्रभावित इलाकों में भी कर्फ्यू लगाना चाहिए। इसके लिए मैं गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख रहा हूं।
I have been in touch wid large no of people whole nite. Situation alarming. Police, despite all its efforts, unable to control situation and instil confidence
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 26, 2020
Army shud be called in and curfew imposed in rest of affected areas immediately
Am writing to Hon’ble HM to this effect
उनके इस ट्वीट पर कुछ यूजर्स उनसे इस्तीफा मांग रहे हैं तो कुछ कह रहे हैं कि कल की मुलाकात में ही सेना का मुद्दा उठाना चाहिए था। कोई पूछ रहा है कि कपिल मिश्रा कब गिरफ्तार होंगे।
Resign!!
— sanjeev gogia (@sanjeevgogia) February 26, 2020
कपिल मिश्रा कब गिरफ़्तार होगा ?
— The Great Wall Of Ahmadabad (@JonathanShukla) February 26, 2020
मीटिंग में न बोल सके ये बात तो , अब फिर से लिखना सुरु किया है
— KISHAN (@kishanjha3) February 26, 2020
Still busy playing politics.
— anil kohli (@anilkohli54) February 26, 2020
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में शाहीन बाग का मुद्दा गर्म रहा था। इस मसले पर बहुत तेज राजनीति हुई थी। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मुद्दे पर शाहीन बाग में करीब ढाई महीने से आंदोलन चल रहा है। दिल्ली चुनावों में शाहीन बाग को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एक-दूसरे पर राजनीति करने का आरोप लगाया था।
पूरे चुनाव के दौरान ना ही बीजेपी का कोई नेता और ना ही कोई आप नेता शाहीन बाग पहुंचा। अब शाहीन बाग के मसले पर भी अरविंद केजरीवाल घिरते दिख रहे हैं। चुनाव जीतने के बाद अरविंद केजरीवाल के शाहीन बाग नहीं जाने पर सोशल मीडिया पर भी सवाल उठ रहे हैं।